Home देश 72 दिन बाद शिवराज मंत्रिमंडल का मेगा विस्तार, सिंधिया के वफादारों को इनाम

72 दिन बाद शिवराज मंत्रिमंडल का मेगा विस्तार, सिंधिया के वफादारों को इनाम

by
mp
72 दिन बाद शिवराज मंत्रिमंडल का मेगा विस्तार
  • गोपाल भार्गव ज्योतिरादित्य की बुआ यशोधरा राजे सिंधिया समेत 28 मंत्रियों को दिलाई गई शपथ
  • मंत्रिमंडल विस्तार में शिवराज और ज्योतिरादित्य सिंधिया की ही चली

भोपाल। आखिर 72 दिन बाद गुरुवार को मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार का मेगा मंत्रिमंडल विस्तार हुआ। इसमें कांग्रेस से बगावत कर भाजपा का दामन थामने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादारों को इनाम के तौर पर मंत्रिमंडल में प्रमुखता से जगह दी गई। कुल 28 मंत्रियों ने शपथ ली।

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में ठीक 11:00 बजे राष्ट्रगान के साथ शुरू हुए इस शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कैबिनेट व राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई। मंत्रिमंडल में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ शिवपुरी की विधायक यशोधरा राजे सिंधिया को भी शपथ दिलाई गई। मंत्रिमंडल विस्तार की शुरुआत 8 बार के विधायक बुंदेलखंड के प्रभावी नेता गोपाल भार्गव के शपथ लेने से हुई।

गोपाल भार्गव यशोधरा राजे सिंधिया इमरती देवी
गोपाल भार्गव यशोधरा राजे सिंधिया इमरती देवी

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अनूपपुर के विधायक बिसाहू लाल साहू, जगदीश देवड़ा ,भूपेंद्र सिंह, विजय शाह ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इसके अलावा चार बार के विधायक ऐंदल सिंह कसाना, मुंगावली के विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह ने शपथ ली। बृजेंद्र प्रताप सिंधिया के कट्टर समर्थक माने जाते हैं। नरेला के विधायक व 2013 में शिवराज सरकार में मंत्री रहे विश्वास सारंग, सिंधिया की दूसरी कट्टर समर्थक डबरा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक इमरती देवी को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। इमरती देवी कमलनाथ सरकार के मंत्रिमंडल में भी थीं। सिंधिया के बगावत करने पर इमरती देवी ने कांग्रेस व विधानसभा की व्यवस्था से इस्तीफा दे दिया था।

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कमलनाथ सरकार में मंत्री व तीन बार के विधायक रहे सांची विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक प्रभु राम चौधरी, सिंधिया के खास समर्थक बमोरी के विधायक महेंद्र सिंह तथा ग्वालियर से पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई, तोमर भी कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे हैं। ओमप्रकाश सकलेचा, बड़वानी के विधायक प्रेम सिंह पटेल, इंदौर की महू विधानसभा से विधायक ऊषा ठाकुर को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। ऊषा ठाकुर को कैलाश विजयवर्गीय खेमें का विरोधी माना जाता है।

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अटेर के विधायक व कमलनाथ सरकार को गिराने में अहम भूमिका निभाने वाले अरविंद भदौरिया, उज्जैन दक्षिण से विधायक मोहन यादव, 10 मार्च 2020 को ही विधायक पद से इस्तीफा देने वाले पूर्व विधायक हरदीप सिंह डंग, राज्यवर्धन सिंह, प्रेम सिंह दत्तीगांव, भारत सिंह कुशवाहा, इंदर सिंह परमार, रामखेलावन पटेल को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। मंत्रिमंडल विस्तार में एक तरह से शिवराज सिंह व ज्योतिरादित्य सिंधिया की ही चली है।

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इन्हें भी मिली मंत्रिमंडल में जगह

शिवराज सरकार में रामकिशोर कावरे, वृजेंद्र सिंह यादव, गिरिराज दंडोतिया, सुरेश धाकड़, ओपीएस भदौरिया को भी बतौर मंत्री शामिल किया गया। गुरुवार को भी मंत्रिमंडल विस्तार में कुल 28 मंत्रियों ने शपथ ली इनमें से 20 को कैबिनेट मंत्री की जबकि आठ को राज्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई। बता दें कि मध्य प्रदेश में सत्ता पलट के बाद 23 मार्च को शिवराज सिंह ने मुख्यमंत्री के तौर पर अकेले शपथ ली थी। बाद में नरोत्तम मिश्रा ,तुलसी सिलावट सहित पांच अन्य मंत्रियों ने शपथ ली थी। पिछले एक सप्ताह से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी।इस बीच बुधवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के मध्य प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर शपथ लेने के साथ शिवराज सिंह ने गुरुवार को मंत्रिमंडल विस्तार का ऐलान किया था।

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