तिरुवनंतपुरम । केरल के पिनाराई विजयन ने बुधवार को कहा कि 2019 तक राज्य से 100 लोग आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल हुए थे। विजयन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आईएस में शामिल हुए 100 लोगों में से 72 ने पहले काम या अन्य उद्देश्यों के लिए विदेश की यात्रा की और फिर आईएस की विचारधारा की ओर आकर्षित हुए।
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उन्होंने कहा कि 100 में से अधिकांश मुस्लिम समुदाय से थे। उन्होंने कहा कि आईएस में शामिल होने वाले बाकी के 28 में से केवल पांच गैर मुस्लिम थे।
केरल के मुख्य्मंत्री ने कहा कि हिंदुओं और ईसाइयों के मुस्लिम धर्म में जबरन धर्मांतरण का कोई सबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि कोझीकोड के थुरुथियाड का रहने वाला दसमोदरन का बेटा प्राजू एक गैर-मुस्लिम था। मादक पदार्थों के मामलों पर, मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 2020 में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत 4,941 मामले दर्ज किए गए थे।
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इन मामलों के 5,422 आरोपियों में से 2,700 (49.80 फीसदी) हिंदू, 1,869 (34.475 फीसदी) मुस्लिम और 853 (15.73 प्रतिशत) ईसाई थे। इससे पता चलता है कि अपराध में मुस्लिम समुदाय की भागीदारी उनकी आबादी के अनुपात में ही है।