अविश्वास प्रस्ताव के दौरान ये विधायक सदन में रहे थे अनुपस्थित
नई दिल्ली: कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद आज मणिपुर के पांच विधायक भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद सभी विधायकों ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात की। बता दें कि मणिपुर में इस महीने की शुरुआत में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह आसानी से विश्वासमत हासिल कर लिया था। तब कांग्रेस के छह पूर्व विधायक पार्टी व्हिप का उल्लंघन करते हुए विधानसभा के एक दिवसीय सत्र से दूर रहे थे। इन विधायकों ने कांग्रेस के साथ-साथ विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।
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मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह सोमवार को इन बागी विधायकों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने मंगलवार को नई दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। कांग्रेस के मौजूदा विधायक और सीएम के रिश्तेदार आर के इमो सिंह भी दिल्ली पहुंचे हैं। भाजपा अध्यक्ष नड्डा से मुलाकात के बाद एन बीरेन सिंह ने ट्वीट कर कहा था कि आज मेरी भाजपा अध्यक्ष नड्डा से उनके कार्यालय में मुलाकात हुई। मैंने मणिपुर के राजनीतिक घटनाक्रमों से उन्हें अवगत कराया। अध्यक्षजी ने विधानसभा में विश्वासमत जीतने के लिए सरकार को बधाई भी दी है।
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उल्लेखनीय है कि मणिपुर में भाजपा ने एन बीरेन सिंह सरकार के नेतृत्व में राज्य विधानसभा में 16 के मुकाबले 28 वोट से विश्वास मत जीता था। सदन में गठबंधन सरकार के पास विधानसभा अध्यक्ष समेत 29 सदस्यों का संख्या बल था जबकि विपक्षी दल कांग्रेस के 24 विधायक थे। इन विधायकों में से आठ ने कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया था। वैसे भी बीरेन सिंह की जीत लगभग तय मानी जा रही थी लेकिन कांग्रेस के आठ विधायकों के नदारद रहने से उनका रास्ता और आसान हो गया था।