- फसल बर्बाद होने और बेचे गए मकान का मूल्य न मिलने से तनाव में थे दोनों
औरया: औरैया जिले के बिधूना क्षेत्र के एक गांव में शुक्रवार को बटाई की फसल बर्बाद होने औऱ बेचे गए मकान का रुपया न मिलने से तनाव में आकर मां बेटे ने जहर खा लिया। मां बेटे की मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि बताया गया कि महिला को मृतक आश्रित कोटे से 11 हजार रुपए पेंशन मिलती थी। बताया जाता है कि बिधूना थाना क्षेत्र के ग्राम रूरूकलां में अवधकिशोर (35) अपनी मां किशोरी देवी (70) एवं बुआ रामजती (80) के साथ एक कच्चे मकान में रहता था, जमीन न होने के कारण पेंशन से और मजदूरी करके तीनों सदस्यों का भरण पोषण करता था। बटाई की फसल बर्बाद होने और बेचे गए मकान का खरीददार से मूल्य न मिलने से मां बेटे दोनों तनाव में रहते थे तनाव के चलते शुक्रवार को दिन में घर के अंदर युवक ने अपनी मां के साथ मिलकर जहर खा लिया जिससे मां व बेटे की मौत हो गई। घर में केवल मृतक युवक की बुआ ही बची हैं। बताया गया है कि बुआ को आंखों से दिखायी भी नहीं देता है।
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बताया गया है कि मृतक अवधकिशोर गांव के एक कच्चे मकान में मां और बुआ के साथ रहता था और उसके पास जमीन भी नहीं है। बताया गया कि अवध किशोर के पिता रमेश चन्द्र की 18 वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है।
बिधूना के डीएसपी मुकेश प्रताप सिंह ने बताया कि म्रतक महिला के पति चतुर श्रेणी कर्मचारी थे और महिला को 11हजार रुपए पेंशन भी मिलती थी। उन्होंने बताया कि महिला के बेटे ने बटाई पर खेती लिए थे पर खेतों में उसकी अपेक्षा के अनुसार उपज नहीं हुई। जानकारी मिली है कि उसने मकान भी भेजा था उसका भी पूरा पैसा उसे नहीं मिल पाया था। उन्होंने बताया कि बुआ ने जहर नहीं खाया है और वह ठीक हैं।