प्रयागराज। प्रयागराज में माघ मेला के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि के अवसर पर दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य की डुबकी लगायी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शाम छह बजे तक नौ लाख 70 हजार से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके थे। महाशिवरात्रि का स्नान पर्व सकुशल एवं निर्विघ्न रूप से सम्पन्न हुआ। माघ मेला क्षेत्र में अपने स्वजनों से बिछड़ने वाले लोगो के लिए खोया-पाया केन्द्र से लगातार एनाउंस कर उनके स्वजनों से उन्हें मिलाया गया। श्रद्धालुओं को मेले में भटकना न पड़े, इसके लिए संगम जाने का मार्ग वापस लौटने का मार्ग व अन्य मार्गों को प्रदर्शित करते हुए साइन बोर्ड रास्तों पर लगाये गये थे।
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उन्होंने बताया कि स्नानार्थियों व श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम तट तथा गंगा जी के तट पर बनाये गये विभिन्न घाटों पर आस्था की डुबकी लगायी एवं पुण्य लाभ अर्जित किया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके दृष्टिगत सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने मेला क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करायी। माघ मेला क्षेत्र में सुरक्षा की व्यवस्था चाक-चौबंद रही। एडीजी जोन भानु भाष्कर, मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत, पुलिस आयुक्त रमित शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक प्रेम कुमार गौतम, कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरण आनन्द, पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक माघ मेला डॉ0 राजीव नारायण मिश्र, जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, प्रभारी अधिकारी माघ मेला दयानन्द प्रसाद, अपर जिलाधिकारी मेला विवेक चतुर्वेदी सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी निरंतर भ्रमणशील रहकर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे।
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माघ मेला के अंतिम महाशिवरात्रि स्नान के लिए श्रद्धालु गुरूवार की रात से मेला क्षेत्र में पहुंचने लगे थे। देर रात तक उन्होने अपना ठिकाना मठ, मन्दिरों और तीर्थ पुरोहितों के शिवरों में बिताया। तड़के हर हर गंगे, बम बम महदेव जय उद्घोष के साथ त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगायी।
श्रद्धालुओं का कारवां संगम की तरफ बढ़ता ही आ रहा है। दूर दराज और आसपास के जिलों से पहुंचने वाले श्रद्धालु गुरूवार को भी मेला क्षेत्र में पहुंचे थे और लोगों का स्नान करने पहुंचने का क्रम जारी है। तड़के चार बजे से ही श्रद्धालुओं की भीड पतित पावनी गंगा, श्यामल यमुना और अन्त: सलिला स्वरूप में प्रवाहित सरस्वती के सभी घाटों पर किया। स्नान के बाद पूजन के बाद पण्डों को दान दिया।
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महाशविरात्रि पर्व पर श्रद्धालु गंगा स्नान करने के बाद शहर के शिव मन्दिरों में तड़के से ही भक्तों का भक्तों का रेला जलाभिषेक के लिए उमडा है। यमुना तट से सटे मनकामेश्वर मन्दिर के अलावा शहर के तक्षकेश्वरनाथ मन्दिर, हटकेश्वरनाथ मन्दिर, सोमेश्वर महादेव मन्दिर, कमौरी महादेव मन्दिर, पड़िला महादेव मन्दिर आदि में सुबह से श्रद्धालु बाबा के दरबाद में पहुंचकर पिण्डी पर दूध, बेलपत्र, धतूरा, भंग के साथ अबीर-गुलाल भी लगाया।
स्नान को लेकर माघ मेला क्षेत्र में सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गये थे। सुबह से मेला प्रशासन के साथ जिला और पुलिस प्रशासन भी मुश्तैद रहा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान मुश्तैद रहे। मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे से भी नजर रखी जा रही थी।