औरैया । जिलाधिकारी प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कर-करेत्तर की मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि वसूली कार्यों में सभी संबंधित अपने कार्यों के प्रति जिम्मेदारी के साथ कार्य करें, जिससे मासिक लक्ष्य पूर्ति समय से संभव हो सके। जिलाधिकारी ने राजस्व, वाणिज्य कर, स्टांप रजिस्ट्रेशन, आबकारी, बिजली, नगर निकाय, बचत विभाग, लोक निर्माण विभाग, खनिज, वन आदि विभागों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि समीक्षा के दौरान लक्ष्य पूर्ति कम होने की स्थिति स्पष्ट करें और यदि सही कारण स्पष्ट नहीं होगा तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी वित्तीय/राजस्व को निर्देश दिए कि स्टांप,खनन एवं विद्युत विभाग द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष वसूली में प्रगति नहीं की जा रही
यह भी देखें: भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री का फफूंद रेलवे स्टेशन पर हुआ जोरदार स्वागत
है इस सम्बन्ध में शासन को पत्र भेजकर अवगत कराएं। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी न्यायिक व उपजिलाधिकारी व तहसीलदारों के साथ मासिक स्टाफ बैठक ली। बैठक में उन्होंने विवादित, दाखिल खारिज विवादित वादों का निस्तारण करने को कहा। ऑडिट आपत्ति में तीन वर्ष तक की आरसी की जानकारी ली तथा सभी उपजिलाधिकारियों से तीन से पांच वर्ष तक के केसों का जल्द निस्तारण करने को कहा। उन्होने एडीएम न्यायिक को निर्देश दिये कि वे जल्द से जल्द वादों की सुनवाई कर निस्तारित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि पटटों के आवंटन की कार्रवाई में तेजी लाएं। जिलाधिकारी ने समस्त एसडीएम को निर्देशित किया कि विरासत दाखिल के मामलों में विलंब होने की शिकायत प्राप्त होती है तो संबंधित लेखपाल के विरुद्ध कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि ऑडिट टिप्पणी के निस्तारण में तेजी लाते हुए उनका निस्तारण समय से कराया जाए। सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं नायव तहसीलदार अपने न्यायालयों में ज्यादा से ज्यादा सुनवाई कर मामलों को निस्तारित करें। बैठक में अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०) महेंद्र पाल सिंह, अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) अब्दुल बासित, उप जिलाधिकारी सदर मनोज कुमार, उप जिलाधिकारी अजीतमल अखिलेश कुमार, उप जिलाधिकारी बिधूना लवगीत कौर सहित समस्त तहसीलदार एवं संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।