नयी दिल्ली । देश के 15 वें राष्ट्रपति के चुनाव में सुबह शुरू हुआ मतदान सुचारू रूप से चल रहा है और प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने सुबह-सुबह संसद भवन जाकर अपना मत डाला। सत्तारूढ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बीच चुनाव में सीधा मुकाबला है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद भवन तथा राज्यों की विधानसभाओं में मतदान पूर्वाह्न 10 बजे शुरू हो गया जो अपराह्न पांच बजे तक चलेगा। प्रधानमन्त्री मोदी और श्री शाह तथा कई अन्य वरिष्ठ मंत्रियों तथा सांसदों ने सुबह ही अपने मत डाले।
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राष्ट्रपति चुनाव संयोग से संसद के मानसून सत्र के पहले दिन ही हो रहा है। इस बीच श्री सिन्हा ने सभी मतदाताओं से प्रजातंत्र की रक्षा के लिए अपनी अंतरात्मा की आवाज पर मतदान करने की अपील की है। राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य तथा राष्ट्रीय राजधानी राज्य क्षेत्र दिल्ली तथा संघ राज्यक्षेत्र पुड्डुचेरी समेत सभी राज्यों की विधान सभाओं के निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं।राष्ट्रपति चुनाव गुप्त मतदान से होगा और कोई पार्टी व्हिप जारी नहीं करती। चुनाव के लिए राज्यसभा के महासचिव पी सी मोदी को निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है जबकि विधानसभाओं के महासचिवों को सहायक निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है।
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आयोग ने चुनाव के दौरान मतदान एवं मतगणना की व्यवस्था की निगरानी के लिए 37 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। विभिन्न राज्यों और केन्द्र – शासित प्रदेशों की विधानसभाओं में स्थित 30 चुनाव में इस बार कुल 776 सांसद और 433 विधानसभा सदस्य भाग ले सकेंगे। मनोनीत सदस्यों को राष्ट्रपति के चुनाव में भाग लेने का प्रावधान नहीं है। चुनाव के लिए सभी विधायकों के मतों का कुल मूल्य 543231 तथा सांसदों के मतों का कुल मूल्य 543200 होगा। यानी राष्ट्रपति चुनाव में पड़ने वाले मताें का कुल मूल्य 1086431 होगा। मतपत्र में सभी वोटरों को प्रथम प्राथमिकता दर्ज कराना अनिवार्य होगा। दूसरी एवं अन्य प्राथमिकता दर्ज कराना ऐच्छिक होगा। चुनाव की प्रक्रिया 24 जुलाई तक संपन्न हो जाएगी। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का पांच साल का कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा हो रहा है।