हरचंदपुर ग्राम पंचायत के तालाब में 2 दर्जन से अधिक श्रमिकों को लगाया गया
AURAIYA: जिले की ग्राम पंचायत हरचंदपुर के बाहरी राज्यों में मेहनत मजदूरी करने वाले श्रमिक किसी तरह अपने गांव वापस आ गए हैं। बेरोजगारी की दशा में इन प्रवासी श्रमिकों के सामने भरण-पोषण की समस्या उत्पन्न हो गई थी ऐसे में गांव में तालाब खुदाई का काम शुरू करा कर मनरेगा के तहत इन सभी प्रवासी श्रमिकों को काम दे दिया गया है, जिससे श्रमिकों के चेहरे खिल गए हैं।
कोरोना संक्रमण के पांव पसारने से सरकार द्वारा लॉक डाउन घोषित कर दिया गया है, जिसके चलते बाहरी राज्यों में फंसे अधिकांश श्रमिक बेरोजगारी की हालत में अपने गांव वापस लौट आए हैं। गांव में भी उनके सामने काम न मिलने से भरण-पोषण की समस्या थी ,ऐसे में प्रवासी श्रमिकों की समस्याओं को ध्यान में रखकर विकास खंड अछल्दा की पंचायत हरचंदपुर की प्रधान साधना दुबे ने शुक्रवार को श्रमिक दिवस के अवसर पर श्रमिकों को बधाई देने के साथ उन्हें जलपान कराया और हरचंदपुर में लगभग एक एकड़ भूमि पर तालाब खुदवाने का निर्णय लेकर 25 से अधिक प्रवासी महिला पुरुष मजदूरों को तालाब की खुदाई के काम में लगा दिया। प्रधान द्वारा प्रवासी मजदूरों के साथ गांव के गरीब मनरेगा श्रमिकों को भी काम पर लगाया गया है। मनरेगा के तहत मजदूरों को काम दिए जाने से उनके चेहरे खिल गए हैं।प्रधान प्रतिनिधि राजू दुबे ने बताया कि प्रवासी मजदूरों के साथ ही गांव के कुछ रोज खाने कमाने वाले दिहाड़ी मजदूरों को भी काम पर लगाया गया है, साथ ही उनके द्वारा मनरेगा के तहत बहुत जल्द कुछ और भी कार्य शुरू कराए जाएंगे ताकि ग्राम पंचायत का कोई भी प्रवासी या अन्य गरीब मजदूर बेरोजगार न रह सके। काम के दौरान श्रमिकों को मास्क व मुंह पर अंगोछा बांधकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए काम कराया जा रहा है।