- नर कंकाल से हुआ हत्या का खुलासा
- मैनपुरी पुलिस ने किया ब्लाइंड केस का खुलासा
मैनपुरी – जनपद के थाना किशनी क्षेत्र में कुछ दिनों पूर्व मिले नरमुंड के मामले का सर्वलान्स और स्वाट टीम ने सफल अनावरण किया है जिसमें एक ₹25000 के इनामी बदमाश और एक अन्य बदमाश को गिरफ्तार दिया है। एसपी ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए प्रेस वार्ता की है।
वीओ-थाना किशनी क्षेत्र के ग्राम बरुआ नदी में 9 अक्टूबर के दिन एक खोपड़ी का कंकाल मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने इस मामले का खुलासा करने के लिए सर्विलांस और स्वाट टीम समेत पांच टीमों का गठन किया था और सर्विलांस टीम के तेज तर्रार प्रभारी जोगिंदर सिंह व उनकी टीम ने कड़ी मेहनत करते हुए साथ स्वाट टीम को लेकर इस नर कंकाल खोपड़ी के मामले का अनावरण कर दिया।
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सर्विलांस व स्वाट टीम ने मामले का खुलासा करते हुए सर्वेश कुमार पुत्र रामसनेही निवासी बरुआ नदी थाना किशनी व संतोष कुमार पुत्र साहब सिंह निवासी नगला परसादी थाना बिधूना जनपद औरैया को मुखबिर की सूचना पर उस समय गिरफ्तार किया। जब वह खेतों में बनी झोपड़ी में छुपे बैठे थे। जैसे ही पुलिस ने यहां छापेमारी की वैसे ही दोनों ही बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग करना शुरू कर दिया चारों तरफ से घेराबंदी करने के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सर्वेश कुमार ने बताया है की जो खोपड़ी का कंकाल मिला है वह पूती देवी निवासी मोहल्ला कृष्णा नगर थाना भरथना जनपद इटावा का है। सर्वेश ने पूरे घटनाक्रम का खुलासा करते हुए बताया है कि पूती देवी उसकी दूर की चाची लगती थी और उसका पति करीब 6 वर्ष पहले मर चुका था।
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अपने बच्चों को पढ़ाने लिखाने के मकसद से 3 वर्ष से वह भरथना में रह रही थी यह बात उसे पता थी कि वह गरीब है उसे पैसा और मकान की जरूरत है साथ ही उसके मामा संतोष यादव की भी पत्नी 3 वर्ष पहले मर चुकी थी। पूती देवी से संतोष की शादी कराने के उद्देश्य से उसने एक योजना बनाई इस योजना के तहत 20 सितंबर को सर्वेश और संतोष पुती देवी के पास गए और उसको आवास नगद रुपए दिलाने का झांसा देकर उससे ₹4000 आधार कार्ड और फोटो लिए और साथ चलने को कहा तो पूती देवी उसके साथ चली आई। सर्वेश और संतोष पूती देवी को लेकर बरुआ नदी पर आ गए जब पूती देवी ने यहां देखा तो पूती देवी भड़क गई उसने इस बात का विरोध किया कि उसे विकास भवन की कहकर यहां कहां लेकर आए है।
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तब सर्वेश ने उससे संतोष से शादी करने का दबाव बनाया लेकिन पूती देवी ने इसका विरोध किया और पुलिस में शिकायत करने की बात कही जिससे नाराज होकर दोनों ने उसका गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए उसके शव के कई टुकड़े किए और अलग-अलग क्षेत्रों में गाड़ दिए लेकिन किसी तरह पूती देवी की खोपड़ी जमीन से ऊपर आ गई जो पुलिस के हाथ लग गई पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए यह भी बताया है कि सर्वेश कुमार ने 5 मई के दिन अपनी वृद्ध मां को जलाकर मार दिया था। इस मामले में सर्वेश पर ₹25000 का इनाम भी घोषित था। पूरे घटनाक्रम का अनावरण करने वाली पुलिस टीम कि पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने सराहना की है और दोनों हत्यारों को लिखा पढ़ी कर जेल भेजा है।
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