मथुरा। मथुरा जिले में खेली जाने वाली लठामार होली से अलग कोसीकलां थाने के अन्तर्गत फालेन गांव में एक पंडा होली की लपटों एवं अंगारों के बीच से 24 मार्च को निकलेगा। जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि इस परंपरागत आयोजन के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं तथा एक चिकित्सक के साथ गांव में पंडे के होली से निकलने के दो घंटे बाद तक एक एम्बुलेंस खड़ी रहेगी। ब्रज की आध्यात्मिक श्रेष्ठता की कहानी प्रस्तुत करती इस होली में लगभग दस फुट ऊंची और आठ फुटव्यास की जलती होली से गांव का ही मोनू नामक पंडा निकलेगा।
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गोपाल मन्दिर के महन्त 93 वर्षीय बालकदास ने बताया कि गांव में होली से निकलने वाले पंडो की परंपरा बहुत पुरानी है और इन्द्रजीत नामक पंडा तो लगातार नौ बार होली की लपटों से निकल चुका है जबकि मोनू चाैथी बार निकलेगा। इस बार पंडा 24 मार्च को आधी रात बीतने के बाद तड़के तीन और चार बजे के बीच होली से निकलेगा। उन्होंने बताया मोनू गांव के प्रहलाद मन्दिर में वसंत पंचमी से ही तप कर रहा है तथा वह अन्न का परित्याग कर केवल फल ही ले रहा है और जमीन में ही सो रहा है तथा नित्य 12 से 15 घंटे तक तप कर रहा है। उनका कहना थाकि इस गांव में भगवान विष्णु की कृपा बरसती है तभी पंडा अपार जनसमूह की उपस्थिति में आग से निकलता है।