औरैया। गुरुवार को अचानक जिले में अजीतमल तहसील क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांवों में टिड्डियों के दल ने हमला बोल दिया। जिससे पेड़-पौधों और फसलों को काफी नुकसान पहुंचा , लोगों ने थाली ,घंटी आदि बजाकर भगाने का प्रयास किया।
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गुरुवार की शाम क्षेत्र के गांव प्रतापपुर,शहवाजपुर, मौहारी, अमावता, गौहनी कला,बाबरपुर, अजीतमल सहित अन्य और जगहों पर लाखों की संख्या में आए टिड्डियों के झुंड ने आकर बोल दिया। अचानक टिड्डियां पेड़-पौधों और फसलों आदि को नुकसान पहुंचाने लगी।यह देख लोगों ने थाली, घंटी ,टीन आदि बजाकर उन्हें भगाने का प्रयास किया। वहीं क्षेत्र के लोगों का कहना है कि कृषि विभाग द्वारा इसके बचाव के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नही उठाए गए हैं,जिसके कारण किसानों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है।गुरुवार को एक बार फिर अजीतमल क्षेत्र में टिड्डी दल की दस्तक ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
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28 व 30 जून को भी आया था टिड्डी दल
इससे पहले 28 व 30 जून को भी जिले में टिड्डी दल ने हमला बोला था। 28 जून को इटावा की ओर से आए टिड्डी दल ने अछल्दा क्षेत्र के दर्जनों गांवों में किसानों को चिंता में डाल दिया था। 30 जून को कानपुर देहात की ओर से आई टिड्डी दल ने सहार, रामगढ़ व अछल्दा क्षेत्र से होते हुए आसमान में उड़ान भरी थी। हालांकि सजग प्रशासन और किसानों ने टिड्डी दल को पेड़ों, फसलों व खेतों पर नहीं बैठने दिया। सजगता से आसमान में ही उड़ान भरने को मजबूर टिड्डी दल ने इटावा के ताखा की ओर अपना रुख कर लिया था इसके बाद किसानों ने राहत की सांस ली थी।