नदी में शिकार करते समय शिकारियों के जाल में फंसी लड्डू गोपाल की मूर्ति
फतेहपुर: यूपी के कानपुर से सटे फतेहपुर जनपद में यमुना नदी में शिकार के लिए जाल डाल रहे मछली शिकारी उस समय अचरज में पड़ गए जब उनके जाल में मछलियों की जगह लड्डू गोपाल की मूर्ति फंस गई । अष्टधातु मूर्ति के होने की आशंका पर हक जमाने को लेकर शिकारियों में हुए विवाद की जानकारी पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया है । पुलिस ने ज्वेलर्स से मूर्ति को चेक कराया लेकिन फिलहाल धातु स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस इस संबंध में पुरातत्व विभाग को लिखा पढ़ी कर रही है।
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100 ग्राम वजन की है मूर्ति फतेहपुर जनपद के किशनपुर थाना क्षेत्र के महावतपुर आहट निवासी कुलदीप, वीरू, रमेश, कटरी निवासी रिश्तेदार कल्लू के साथ रविवार रात यमुना नदी में शिकार कर रहे थे। बताते हैं कि जाल निकालते समय जाल में 6 इंच ऊंची और 100 ग्राम वजन की लड्डू गोपाल की मूर्ति फंस गई। मूर्ति अष्टधातु की होने की आशंका पर सभी शिकारी अपना-अपना दावा करने लगे। मूर्ति पर कब्जे को लेकर शिकारियों में विवाद हो गया, इस बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। विवाद की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने मूर्ति को कब्जे में ले लिया। मूर्ति किस धातु की बनी है, इसकी जांच कराने के लिए सोमवार सुबह कस्बे के सर्राफा कारोबारियों को बुलाया गया, लेकिन वह यह स्पष्ट नहीं कर सके की मूर्ति किस धातु की बनी है।
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इसके बाद मूर्ति को लिखा पढ़ी में माल खाने में दाखिल कर आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। किशनपुर के थानाध्यक्ष सरोज पंसारी का कहना है कि मूर्ति अष्टधातु या किसी दूसरे धातु की है यह स्पष्ट नहीं हो सका है । मूर्ति के धातु समेत अन्य तमाम जानकारियों के लिए पुलिस अधीक्षक के माध्यम से पुरातत्व विभाग से संपर्क कर रहे हैं।