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जानिए यूपी में किस तरह खुलेंगे स्कूल, कब लगेगी किसकी क्लास

सरकार की गाइडलाइन्स जारी, अपर मुख्य सचिव ने डीएम, डीआइओएस को लिखी चिट्ठी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के चलते अब तक बंद चल रहे स्कूलों को खोले जाने के लिए सरकार ने गाइडलाइंस जारी कर दी है। सरकार ने अभी क्लास 9 से 12 तक के बच्चों के लिए स्कूल खोलने के आदेश दिए हैं। सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स का पालन अभिभावकों और स्कूल प्रशासन दोनों को करना होगा।इसके बाद ही बच्चों को स्कूल भेजा जा सकेगा। सरकार ने तय किया है कि यूपी में 19 अक्टूबर से स्कूल खोल दिए जाएंगे। स्कूलों को इसके लिए अभिभावकों से लिखित सहमति लेनी होगी कि वह अपने बच्चे को स्कूल भेजने को तैयार हैं या नहीं।
अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ल की ओर से सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद व जिलाधिकारियों एवं जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेजी गई गाइडलाइंस में व्यापक दिशा निर्देश दिए गए हैं।

गाइड लाइन के अनुसार कंटेनमेंट जोन में किसी भी क्लास का कोई स्कूल नहीं खुलेगा। स्कूलों को दो पालियों में चलाया जाएगा। पहली पाली में कक्षा 9 व 10 और दूसरी पाली में कक्षा 11 व 12 के विद्यार्थियों को बुलाया जाए। एक दिन में एक कक्षा के अधिकतम 50 प्रतिशत तक विद्यार्थियों को ही बुलाया जा सकेगा। बाकी विद्यार्थियों को दूसरे दिन बुलाया जाएगा। विद्यालय में उपस्थिति के लिए लचीला रुख अपनाया जाएगा और किसी भी विद्यार्थी को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा।

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ऑनलाइन पढ़ाई भी रहेगी जारी

निर्देशों में कहा गया है कि ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था पहले की तरह जारी रहेगी। स्कूल बुलाने में उन विद्यार्थियों को प्राथमिकता पर रखा जाए, जिनके पास ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध नहीं है। यदि विद्यार्थी घर पर रहते हुए ऑनलाइन पढ़ाई करना चाहें तो यह सुविधा उन्हें दी जाए।

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6 फीट की दूरी पर बैठाने होंगे बच्चे
क्लास में बच्चों को एक दूसरे से कम से कम छह फुट की दूरी पर ही बैठाया जा सकेगा। हर पाली के बाद स्कूल सैनिटाइज किया जाएगा। स्कूलों में सैनेटाइजर, हैण्डवाश, थर्मल स्कैनिंग व प्राथमिक उपचार की व्यवस्था होगी। यदि किसी विद्यार्थी, शिक्षक या अन्य कर्मचारी को खांसी, जुखाम या बुखार के लक्षण होंगे तो उन्हें प्राथमिक उपचार देते हुए घर वापस भेज दिया जाएगा। प्रवेश व छुट्टी के समय गेट पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के साथ यह भी कहा गया है कि एक साथ सभी विद्यार्थियों की छुट्टी नहीं की जाएगी। स्कूलों में यदि एक से अधिक प्रवेश द्वार हैं तो उनका उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा। स्कूल बस या वैन आदि को भी रोज सैनिटाइज करवाया जाएगा। स्कूल प्रबंधन रिजर्व मात्रा में मास्क उपलब्ध रखेंगे।

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