दिबियापुर (औरैया) । सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज दिबियापुर के वंदना सभागार में कारगिल विजय दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य सुशील कुमार तिवारी,आचार्य शैलेन्द्र तिवारी ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए सेना के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
शैलेन्द्र जी ने बताया कि 26 जुलाई 1999 को कारगिल युद्ध में शहीद हुए सेना के जवानों के बलिदान को याद करते हुए उन्हें सम्मान देने के लिए यह कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। इसके बाद विद्यालय के कक्षा 11 की छात्राओं ने कारगिल युद्ध पर नाट्य प्रस्तुत किया। प्रधानाचार्य ने बताया कि इस युद्ध में लाखों सैनिकों ने भाग लिया था जिसमें से 523 सैनिकों की मौत हो गई और लगभग 1363 सैनिक घायल हो गए थे |
यह भी देखें : इटावा में निलंबित राशन डीलर के खिलाफ मुकदमा दर्ज
इस युद्ध में कैप्टन विक्रम बत्रा ने कारगिल की सबसे ऊंची चोटी को आजाद कराया और अंतिम सांस लेते हुए ध्वजा स्थापित कर दिया और इसी प्रकार अपनी वीरता का परिचय देते हुए हमारे जांबाज सैनिकों ने 26 जुलाई को इस युद्ध को जीत लिया। और साथ ही योगेंद्र सिंह यादव जिन्हें 17 गोलियां लगी थी लेकिन फिर भी दुश्मनों पर हमला करते रहे जिससे कई सैनिकों की मौत हुई इसी कारण उन्हें सबसे कम उम्र में सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से नवाजा गया। उन्होंने सभी वीरों को याद करते हुए उन्हें नमन किया।इस अवसर पर सभी छात्र छात्राये उपस्थित रहे।