- रविवार को इटावा में मिले 57 नए कोरोना पॉजिटिव
- बुजुर्गों की तुलना में बच्चों व
- युवाओं पर ज्यादा दिख रहा संक्रमण का असर
इटावा। जिले में रविवार को कोरोना संक्रमण के 57 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद संक्रमित लोगों की संख्या 3548 पर पहुंच गई। संक्रमण के चलते तीन और लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद मरने वालों की संख्या भी 51 पहुंच गई है। कोरोना को लेकर जिले में तेजी से हालात बदल रहे हैं। तेजी से बढ़ती संख्या के बीच लोग अब भी न संभले तो निश्चित तौर पर कोरोना से जीतना मुश्किल हो जायेगा। जिले में कोरोना का प्रतिदिन का औसत पचास से साठ पॉजिटिव केस का है जो काफी तेज है।
इस बीच सबसे अधिक युवा इस बीमारी की चपेट में आए है। अधिकांश लोगों की उम्र युवावस्था की है जबकि बुजुर्गों में जिले में इस बीमारी का असर कम ही नजर आया है। हालांकि जिन 51 लोगों की अब तक जिले में मौत हुई है उनमें से 45 लोगों की उम्र 55 से 80 वर्ष के बीच की रही है। मौत के मामलों में गंभीर बीमारी से जूझने वाले लोगों की संख्या भी सामान्य कोरोना पॉजिटिव लोगों की तुलना में अधिक है। शुरुआती दिनों में बिना ट्रैवल हिस्ट्री के केस भी जिले में चौंकाने वाले रहे हैं। हालांकि इनका कहीं न कहीं संपर्क कोरोना पॉजिटिव लोगों या उनके आसपास के इलाकों में ही देखने को मिला है।
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जिले में एक सितंबर के बाद जिस तरह कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ी है उसके बाद संक्रमित लोगों की संख्या 3548 पर पहुँच गयी है। राहत की बात यह है कि उसी लिहाज से सही होने वाले लोगों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। स्थिति यह है कि वर्तमान में 2804 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। जबकि एक्टिव केस की संख्या भी 693 है। जबकि 51 लोगों की मौत भी इस बीमारी से हुयी है। इस दौरान एक नया तथ्य जरूर सामने आया कि जिले में बुजुर्गों की अपेक्षा युवाओं को कोरोना का डंक ज्यादा लगा। इनमें अधिकांश लोगों की उम्र 14 से 40 साल के बीच है। एक जगह से दूसरी जगह तक जाना, बिना सोशल डिस्टेंस और मास्क के भीड़भाड़ वाली जगहों में घूमना भी इसका एक बड़ा कारण हो सकता है। वहीं दूसरी ओर हॉटस्पॉट एरिया से कुछ लोगों के बाहर आने जाने के कारण भी बीमारी ने पैर पसारे है।
मासूम समेत तीन लोगों की मौत, 51 हुई मृतकों की संख्या
इटावा जिले में रविवार को एक मासूम बच्ची समेत तीन लोगों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गयीं। जिले में अब तक संक्रमण से मौत के 51 मामले सामने आए है। शहर के विजयपुरा निवासी सुरेश कुमार की 6 वर्ष की बेटी प्राची को 6 सितंबर को सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में भर्ती किया गया था। जहां इलाज के दौरान शनिवार रात मासूम की मौत हो गई। वही बसरेहर निवासी 60 वर्षीय राकेश कुमार को 15 सितंबर को सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी भी इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि शहर के मोहल्ला चौहट्टा छिपैटी की रहने वाली 60 वर्षीय पूर्णिमा वर्मा को इलाज के लिए 11 सितंबर को मेडिकल यूनिवर्सिटी में भर्ती किया गया था, उनकी भी मौत हो गई। एक साथ तीन लोगों की मौत के बाद हड़कंप मच गया। शवों का अंतिम संस्कार प्रोटोकॉल के तहत किया गया।
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फिजियोथेरेपिस्ट समेत चार मिले संक्रमित
भरथना क्षेत्र में रविवार को स्वास्थ्यकर्मी सहित चार लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। रविवार को सीएचसी परिसर में निवास कर रहे भरथना सरकारी अस्पताल के फिजियोथेरेपिस्ट की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। उनकी रैपिड रिस्पॉस टीम में ड्यूटी लगी थी। इसके अलावा मोहल्ला मोतीगंज में 41 वर्षीय व्यक्ति,मोहल्ला सब्जी मंडी में 51 वर्षीय व्यक्ति व मोहल्ला पुराना भरथना में 24 साल के युवक की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. अमित दीक्षित ने बताया कि रविवार को पाए गए चार कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को होम आइसोलेट किया गया है।
डॉक्टर दंपति ने जीती कोरोना से जंग
जसवंतनगर में पुष्पांजना हॉस्पिटल के डॉ. पुष्पेंद्र पुरवार और उनकी पत्नी डॉ. अंजना पुरवार समेत उनके परिवार के छह सदस्य एक साथ कोरोना की चपेट में आए थे। जिनमें उनका बेटा देवांग, भतीजा प्रखर, बेटी अपूर्वा, और प्रज्ञा भी शामिल थी। इन सबकी कोरोना रिपोर्ट 8 सितम्बर को आने के बाद नगर में खलबली मच गई थी। रविवार को मेडिकल यूनिवर्सिटी में हुए टेस्ट में सभी को निगेटिव घोषित कर सबको कोरोना मुक्त घोषित कर दिया। डॉक्टर दंपति के कोरोना मुक्त होने पर लोगों ने उन्हें बधाई दी है। वहीं परिवार ने सभी के सहयोग के लिए आभार जताया।
छात्रा संक्रमित होने पर होम आइसोलेट
बकेवर के मोहल्ला आजाद नगर में एक छात्रा कोरोना पॉजिटिव पायीं गयी। कक्षा 12 की छात्रा को अचानक खाँसी व बुखार आने पर जिला अस्पताल में डाक्टरों की टीम ने सैंपलिंग करने के बाद जांच की थी। छात्रा की रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर महेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डॉ.यतेन्द्र राजपूत ने एएनएम अनीता व आशा बहुओं की टीम भेजकर इलाके में जांच शुरू करायीं है। वही नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी ने तत्काल मोहल्ले में बांस बल्ली लगाकर संक्रमित छात्रा व उनके परिजनों को क्वारंटीन कर दिया है।
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