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केंद्रीय विद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन पश्चात हुई पहल,उत्कृष्ट अभ्यास एवं उपलब्धियों को गिनाया

by Tejas Khabar
केंद्रीय विद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन पश्चात हुई पहल,उत्कृष्ट अभ्यास एवं उपलब्धियों को गिनाया

केंद्रीय विद्यालय एनटीपीसी दिबियापुर में जिला स्तरीय प्रेस वार्ता का हुआ आयोजन

दिबियापुर (औरैया)। केंद्रीय विद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन के पश्चात प्राप्त हुई उपलब्धियों के बारे में केंद्रीय विद्यालय एनटीपीसी दिबियापुर की प्राचार्य स्नेह लता ने प्रेस वार्ता कर साझा किया। उन्होंने प्रेस वार्ता कर बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का दृष्टिकोण लचीली एवं बहुविषयक शिक्षा प्रणाली के द्वारा भारत को एक ज्ञानवान समाज एवं वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाना, प्रत्येक विद्यार्थी की अद्भुत क्षमताओं को प्रकाश में लाना, महत्वपूर्ण सोच एवं वैज्ञानिक स्वभाव को बढ़ावा देना, 21वीं सदी के भारत को आत्मनिर्भर बनाना और वैश्विक तथा स्थानीय का एकीकरण करना है । उन्होंने बताया कि सत्र 2022-23 में केंद्रीय विद्यालय में कक्षा एक में प्रवेश की आयु 6+ साल संशोधित कर दी गई थी। निपुण एक पहल है जिसके द्वारा विद्यालय में विद्यार्थियों की प्रगति को निपुण डॉक्यूमेंट में दिए गए कक्षावार लक्ष्यों के आधार पर पी आई एम एस से लिंक वेब-एप्लीकेशन के माध्यम से मानीटर किया जाता है ।

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विद्यालय में कक्षा-1 के विद्यार्थियों के लिए एनसीईआरटी द्वारा तैयार 3 महीने (12 सप्ताह) का खेल-आधारित विद्यालय तैयारी मॉड्यूल “विद्या-प्रवेश”” के नाम से विद्यार्थियों की प्रारंभिक साक्षरता, पूर्व-संख्यात्मकता, संज्ञानात्मक एवं सामाजिक कौशल को सशक्त करने हेतु चलाया जा रहा है। विद्यालय में 3-8 वर्ष के बच्चों के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा- बुनियादी चरण की चर्चा के साथ-साथ सत्र 2022-23 से चलाए जा रहे कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों हेतु पूर्व-व्यवसाय कौशल की चर्चा भी की गई । विद्यार्थी के अभिभावकगण केंद्रीय विद्यालय संगठन के महत्वपूर्ण अंग हैं । केंद्रीय विद्यालय में एक शिक्षक-अभिभावक संगठन स्थापित है तथा विद्यार्थियों के समग्र विकास एवं विद्यालय के संपूर्ण विकास हेतु अभिभावकों के साथ प्रत्येक माह बैठक संपन्न करवाई जाती है। विद्यांजलि पोर्टल एक समुदाय/स्वयंसेवक प्रबंधन कार्यक्रम है जिसके अंतर्गत वे अपनी पसंद के स्कूल से सीधे संवाद कर ज्ञान व कौशल के साथ-साथ संपत्ति/सामग्री/ उपकरण भी साझा करते हैं ।

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सभी 1250 केंद्रीय विद्यालय विद्याजंलि पोर्टल से जुड़े हुए हैं । पी एम ई-विद्या एक विस्तृत पहल है जो डिजिटल/ ऑनलाइन/ऑन-एअर शिक्षा को एकीकृत करती है जिसमें दीक्षा शिक्षा के लिए “एक देश एक डिजिटल प्लेटफॉर्म” के रूप में उपलब्ध है।केंद्रीय विद्यालय संगठन शिक्षा हेतु अनुकूल वातावरण बनाने के लिए आधारभूत संरचना के विकास में निवेश कर रहा है । उन्होंने बताया कि नए कक्षा-कक्षा, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालयों के निर्माण के साथ-साथ डिजिटल संसाधन जैसे ई-बुक्स, स्मार्ट कक्षा-कक्ष, डेस्कटॉप, लैपटॉप, टेबलेट, इंटरनेट , वाई-फाई उपलब्ध करवाया जा रहा है। टेबलेट और मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।

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अटल इन्नोवेशन मिशन, भारत सरकार के अंतर्गत केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा 340 अटल टिंकरिंग लैब स्थापित किए गए हैं। वही गेल डीएवी की प्राचार्या दीपा शरण नें बताया कि नैतिक मूल्यों को विकसित करने के लिए विद्यालय में गायत्री मंत्र एवं हवन कराया जाता है एवं विद्यालय में समावेशी शिक्षा को समाहित किया गया है। इस अवसर पर गेल डीएवी स्कूल की प्राचार्या दीपा शरण, रैपिड ग्लोबल स्कूल की प्राचार्या दीप्ति राठौर, सैन्ट जोसेफ स्कूल की प्राचार्या सिस्टर रोजमी,जवाहर नवोदय विद्यालय के शिक्षक राजेश शर्मा, एवं विद्यालय के शिक्षक आलोक गुप्ता, ,प्रियंका साहू, वसीउल्लाह, कामेन्द्र सिंह, अन्नू जाइसवाल, रोहित कुमार सहित गेल डीएवी के शिक्षक पंकज द्विवेदी उपस्थित रहें।

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