तेजस ख़बर

मातृ वंदना योजना के बारे में हेल्पलाइन नंबर-104 पर मिलेगी जानकारी

मातृ वंदना योजना के बारे में हेल्पलाइन नंबर-104 पर मिलेगी जानकारी

मातृ वंदना योजना के बारे में हेल्पलाइन नंबर-104 पर मिलेगी जानकारी

इटावा। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है जो कि सिफ्सा मुख्यालय द्वारा संचालित की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत किसी भी प्रकार की जानकारी और समस्या हेतु हेल्पलाइन नंबर-104 जारी किया गया है ,जिससे योजना के संदर्भ में लाभार्थी आसानी से जानकारी ले सकते हैं। यह जानकारी आरसीएच नोडल डॉ शिवचरन ने दी। उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर संचालित मातृ वंदना योजना का पहले यह हेल्पलाइन नंबर 7998799804 था। जिसको बदल कर अब हेल्पलाइन नंबर 104 में परिवर्तित कर दिया गया है। इस नंबर पर आमजन संपर्क कर सकते हैं और सारी जानकारी ले सकते हैं।

यह भी देखें : फर्जी दरोगा विपिन यादव गिरफ्तार

क्या है मातृ वंदना योजना

डॉ शिवचरण ने बताया कि इस योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने पर (मां बनने)महिला को तीन किस्तों में ₹5000 दिए जाते हैं।प्रसव चाहे सरकारी या निजी अस्पताल में कराया गया हो गर्भवती को इस योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया पंजीकरण के लिए माता-पिता का आधार    कार्ड, मां की बैंक की पासबुक की फोटो कॉपी जरूरी है और मां का बैंक अकाउंट जॉइंट नहीं होना चाहिए निजी अकाउंट ही मान्य होगा। उन्होंने बताया यदि बच्चे को जन्म हो चुका है तो मां और बच्चे दोनों का टीकाकरण का प्रमाणिक पर्चा व जन्म प्रमाण पत्र होना जरूरी है।

यह भी देखें : तिब्बती बाजार के विरोध में रेडीमेड एसोसिएशन ने सौंपा ज्ञापन

उन्होंने बताया पंजीकरण कराने के साथ ही प्रथम किश्त के रूप में ₹1000 दिए जाते हैं। प्रसव के पूर्व कम से कम एक जांच होने पर दूसरी किस्त के रूप में 2000रु और बच्चे के जन्म के का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र के टीकाकरण को पूरा होने के बाद तीसरी किस्त के रूप में 2000रु  दिए जाते हैं। डीसीपीएम प्रभात बाजपेई ने बताया अप्रैल 2022 से अब तक 1945 गर्भवती महिलाओं का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है व 88,लाख,29 हजार रुपए की राशि इन महिलाओं के खाते में जा चुकी है। उन्होंने बताया जनपद में अब तक कुल 38,123 महिलाएं मातृ वंदना योजना का लाभ ले चुकी हैं।

यह भी देखें : इटावा में तिब्बती बाजार के विरोध में उतरे स्थानीय रेडीमेड गारमेंट्स व्यापारी, तिब्बत के नाम पर बेचते हैं पंजाब का माल

Exit mobile version