- लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार खरीदे जाएंगे
- तट रक्षक बल को मिलेंगे उन्नत हल्के हेलिकॉप्टर
- सेनाओं के लिए 70 हजार करोड़ रूपए के रक्षा सौदों को मंजूरी
- भारतीय उद्योगों से होगी ज्यादातर खरीद
- रक्षा मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में दी गई मंजूरी
- वित्त वर्ष 2022-23 में अब तक 2 लाख 71 करोड़ के रक्षा सौदों को मंजूरी मिली
नई दिल्ली। जल से लेकर आकाश तक दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए भारतीय सेनाओं को अत्याधुनिक हथियार प्रणाली से लैस बनाने के लिए सरकार लगातार जरूरी कदम उठा रही है। इसी बीच
सरकार ने सशस्त्र सेनाओं तथा तटरक्षक बल के लिए 70 हजार 500 करोड़ रूपये के खरीद प्रस्तावों को गुरुवार को मंजूरी दे दी है। इसमें ब्रह्मोस मिसाइल , बहुउद्देशीय हेलिकॉप्टरों और सुखोई लड़ाकू विमानों के लिए लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियार शामिल हैं।
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा खरीद परिषद की बैठक में इन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इन सौदों के तहत तट रक्षक बल को हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड से उन्नत हल्के हेलिकॉप्टर मिलेंगे। यह खरीद जरूरत के आधार पर स्वदेशी कंपनियों से की जाएगी | रक्षा मंत्रालय के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 में अब तक भारतीय उद्योगों से 2 लाख 71 करोड़ रूपए के रक्षा सौदों की खरीद को मंजूरी दी गई है।
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गुरूवार को कुल 70 हजार 500 करोड़ रूपए के सौदों को मंजूरी दी गई, जिनमें से अकेले नौसेना के लिए 56000 करोड़ रूपये के सौदों को मंजूरी दी गई है। इनमें ब्रह्मोस मिसाइल , शक्ति इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर प्रणाली और हेलिकॉप्टर की खरीद शामिल है।
सेना के लिए धनुष तोप प्रणाली और के-9 वज्र तोप प्रणाली के अलावा 155 एमएम 52 केलिबर की एटीएजीएस तोप प्रणाली की खरीद को भी जरूरत के आधार पर मंजूरी दी गई है।