डबलिन। शीर्ष क्रम के बल्लेबाज दीपक हुड्डा (104) के तूफानी शतक से भारत ने आयरलैंड को दूसरे टी 20 मैच में मंगलवार को आखिरी गेंद तक खिंचे बेहद रोमांचक मुकाबले में चार रन से हराकर दो मैचों की सीरीज 2-0 से जीत ली। भारत ने 20 ओवर में सात विकेट पर 225 रन का विशाल स्कोर बनाया और आयरलैंड की कड़ी चुनौती को पांच विकेट पर 221 रन पर थाम लिया। इससे पहले दीपक ने मात्र 57 गेंदों में नौ चौकों और छह छक्कों की मदद से 104 रन की बेहतरीन पारी खेली। ईशान किशन (3) का विकेट मात्र 13 के स्कोर पर गिरने के बाद दीपक ने संजू सैमसन के साथ दूसरे विकेट के लिए 176 रन की बड़ी साझेदारी की। सैमसन ने 42 गेंदों में नौ चौकों और चार छक्कों की मदद से 77 रन बनाये। सूर्यकुमार यादव पांच गेंदों में 15 रन बनाकर आउट हुए। सूर्य ने अपनी पारी में दो चौके और एक छक्का लगाया।
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दिनेश कार्तिक और अक्षर पटेल खाता खोले बिना 19वें ओवर में पवेलियन लौट गए। उन्हें अपना 50वां मैच खेल रहे क्रैग यंग ने आउट किया। हर्षल पटेल का भी खाता नहीं खुला और वह आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर आउट हुए। कप्तान हार्दिक पांड्या ने नौ गेंदों में नाबाद 15 रन बनाये। भारतीय टीम में इस मैच के लिए तीन बदलाव हुए । चोटिल ऋतुराज गायकवाड़ की जगह पर संजू सैमसन, आवेश ख़ान की जगह पर हर्षल पटेल और युज़वेंद्र चहल की जगह पर रवि बिश्नोई टीम में आए । राहुल त्रिपाठी को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू के लिए अभी थोड़ा और इंतज़ार करना होगा। वहीं आयरिश टीम में कोई बदलाव नहीं है। यह क्रेग यंग का 50वां टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच था।
विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए आयरलैंड के बल्लेबाजों ने अपने जीवट भरे प्रदर्शन से भारतीय कप्तान हार्दिक पांड्या के माथे पर पसीना ला दिया। आखिरी गेंद पर एक रन बनने के साथ ही हार्दिक और अन्य भारतीय खिलाड़ियों ने राहत की सांस ली। आयरलैंड ने भारत के हाथों से जीत लगभग छीन ही ली थी। सलामी बल्लेबाजों पॉल स्टर्लिंग ने 18 गेंदों में पांच चौकों और तीन छक्कों की मदद से 40 रन बनाये जबकि कप्तान ऐंडी बैलबर्नी ने 37 गेंदों में तीन चौके और सात छक्के उड़ाते हुए 60 रन ठोके। हैरी टेक्टर ने 28 गेंदों में 39 रन, जार्ज डॉकरेल ने 16 गेंदों में तीन चौके और तीन छक्के लगाते हुए नाबाद 34 रन और मार्क ऐडेर ने 12 गेंदों में नाबाद 23 रन बनाये।
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आयरलैंड को आखिरी ओवर में जीत के लिए 17 रन चाहिए थे लेकिन उमरान मलिक ने दूसरी और तीसरी गेंद पर चौका खाने के बावजूद संयम कायम रखा और जीत भारत की झोली में डाल दी। जब भारतीय टीम ने पहली पारी में 225 रन का स्कोर खड़ा किया था तो किसी ने भी यह सोचा नहीं था कि आयरलैंड जीत से बस एक शॉट दूर रह जाएगी। लेकिन आयरिश बल्लेबाज़ों ने भारतीय गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ बेहतरीन बल्लेबाज़ी की और मैच को आख़िरी गेंद तक ले गए। मैच आयरलैंड की तरफ़ जाता हुआ दिख रहा था लेकिन भुवनेश्वर कुमार ने सही समय पर अपना अनुभव दिखाया और 18वें ओवर में बेहतरीन गेंदबाज़ी कर भारत को मैच में वापस लाये । इसके बाद उमरान मलिक ने भी अंतिम ओवर में अच्छा टेंपरामेंट दिखाया और दबाव में अपना नियंत्रण नहीं खोया। ख़ैर, पहले यह मैच दीपक हुड्डा के लिए याद किया जाना था लेकिन अब उसके साथ-साथ इसे आयरलैंड के बेहतरीन संघर्ष के लिए जाना जाएगा।