अलीगढ़ । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत हथियारोंं का भारी आयात करने वाले देश की जगह अब महत्वपूर्ण हथियार निर्यातक देश बनने के संकल्प के साथ काम कर रहा है। इस प्रयास में उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में हथियार एवं सैन्य साजोसामान बनाने वाली इकाइयों के लिए विकसित किए जा रहे विशेष औद्योगिक गलियारों (डिफेंस काेरिडोर) की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के शिलान्यास समारोह के अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा ,’ हमारी छवि यही है हम डिफेंस के लिए जो भी चाहिए, इंपोर्ट करते हैं, बाहर से मंगवाते रहते हैं। आजादी के 75 साल हो गए, हम मंगवाते रहते हैं…इस छवि से बाहर निकलकर हम दुनिया के एक अहम डिफेंस एक्सपोर्टर की नई पहचान बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, ‘ भारत की इस बदलती पहचान का एक बहुत बड़ा केंद्र यह हमारा उत्तर प्रदेश बनने वाला है।’
रक्षा मंत्रालय की ओर से तैयार किए गए एक नीतिगत मसौदे में 2025 तक भारत का निर्यात पांच अरब डालर 35,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाने तथा रक्षा विनिर्माण कारोबार 25 अरब डालर 1.75 लाख करोड़ रुपये: तक ले जाने का लक्ष्य है।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यहां स्थापित किए जा रहे इस नए विश्वविद्यालय में होने वाली पढ़ाई सैन्य ताकत को मज़बूत करने के लिए आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ते भारत के प्रयासों को नई गति देगी। आज देश ही नहीं दुनिया भी देख रही है कि आधुनिक ग्रेनेड और राइफल से लेकर लड़ाकू विमान, आधुनिक ड्रोन, युद्धपोत, ये सब भारत में ही निर्मित करने का अभियान चल रहा है। प्रधानमंत्री ने डिफेंस कॉरिडोर के ‘अलीगढ़ नोड’ की प्रगति का अवलोकन किया है।
राज्य सरकार के अनुसार अलीगढ़ में ही रक्षा विनिर्माण से जुड़ी डेढ़ दर्जन से अधिक कंपनियां सैकड़ों करोड़ रुपए के निवेश से हजारों नए रोजगार यहां सृजित करने वाली हैं। अलीगढ़ नोड में छोटे हथियार, आयुध, ड्रोन, एयरोस्पेस, मेटल कम्पोनेन्ट्स, एन्टी ड्रोन सिस्टम, डिफेन्स पैकेजिंग, और अन्य उत्पादों के लिए नए उद्योग लगाए जा रहे हैं। मोदी ने कहा कि इससे अलीगढ़ और आस पास के क्षेत्र को एक नई पहचान मिलेगी।