नई दिल्ली/लंदन । ब्रिटिश विदेश सचिव डॉमिनिक रॉब ने बुधवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बातचीत के बाद कहा कि दोनों ही देश अफगानिस्तान को आतंकी पनाहगाह बनने से रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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श्री राॅब ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने चर्चा की कि कैसे ब्रिटेन और भारत अफगानिस्तान के लोगों का समर्थन करने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा,“डा. जयशंकर के साथ आज चर्चा करके अच्छा लगा कि कैसे ब्रिटेन और भारत अफगानिस्तान के लोगों का समर्थन करने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं। हम अफगानिस्तान को आतंकवादी पनाहगाह बनने से रोकने, मानवीय दुर्दशा का जवाब देने और क्षेत्रीय स्थिरता की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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इससे पहले जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा कि उनकी बातचीत अफगानिस्तान से जुड़े घटनाक्रम पर केंद्रित रही। उन्होंने कहा,“ब्रिटेन के विदेश मंत्री रॉब से फिर से बात करके अच्छा लगा। बातचीत अफगानिस्तान से संबंधित घटनाक्रम पर केंद्रित रही।”
गत 25 अगस्त के बाद वे दूसरी बार अफगानिस्तान के मुद्दे पर चर्चा कर रहे थे। इससे पहले भी दोनों नेताओं के बीच अफगानिस्तान के मसले पर चर्चा केंद्रित थी।
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अंग्रेजी दैनिक डाउनिंग स्ट्रीट के अनुसार, ब्रिटिश सरकार शेष ब्रिटिश नागरिकों और पात्र अफगानियों के लिए सुरक्षित मार्ग सुरक्षित करने के लिए तालिबान के साथ बातचीत कर रही है और अफगानिस्तान से शरणार्थियों के लिए ‘ऑपरेशन वार्म वेलकम’ शुरू किया है।