- औरैया शहर सभी कस्बों में पूरी तरह खुले रहे बाजार
- राजनीतिक दलों व किसान संगठनों ने जहां-तहां धरना प्रदर्शन कर कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग उठाई
औरैया। जिले में कृषि सुधार कानून को लेकर किसान संगठनों के भारत बंद का कोई खास असर देखने को नहीं मिला। मंगलवार सुबह से ही प्रशासन और पुलिस की टीमें शहर के चप्पे-चप्पे में मुस्तैद रहीं। विशेष रूप से प्रशासन की नजर नेशनल हाइवे पर निर्वाध यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने पर रही। अनंतराम टोल प्लाजा पर भारी पुलिस फोर्स सुबह से लेकर देर शाम तक तैनात रहा इसके चलते हाईवे पर कहीं भी प्रदर्शनकारी या बंद समर्थक नहीं फटक सके।
शहर के ज्यादातर इलाकों में दिन भर दुकानें खुली रहीं और सड़कों पर ट्रैफिक भी सामान्य दिनों की ही तरह चलता रहा। हालांकि भारत बंद की घोषणा के चलते दुकानों पर ग्राहकों की भीड़-भाड़ कम ही नजर आई। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी लगातार गश्त पर रहे।
भारत बंद के दौरान जिला और शहर में किसी तरह की हिंसा न होने से पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली है। डीएम अभिषेक ने कहा कि बंद का समर्थन करने वाले लोगों पर सख्ती बरकरार रहेगी।वहीं भारत बंद को लेकर एसपी अपर्णा गौतम ने कहा है कि सोमवार से ही पुलिस और प्रशासन चौकसी बरत रहा था। भारत बंद में शामिल संगठनों से पहले ही वार्ता की गई थी। एडीजी के मुताबिक शहर व जिले में सुबह से ही मंडियां और बाजार खुले रहे, किसी तरह के बंद का कोई असर नहीं दिखा है।
कांग्रेस ने किया धरना-प्रदर्शन, कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की
उधर जिला कांग्रेस कमेटी ने केन्द्रीय नेतृत्व के आह्वान पर मंगलवार को कृषि बिलों के विरोध में औरैया ब्लाक परिसर में धरना प्रदर्शन कर केन्द्र सरकार से तीनों काले कृषि कानूनों को तत्काल वापस लिए जाने की मांग की। धरने का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस जिलाध्यक्ष शिववीर दुबे ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चंद उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से जिन कृषि कानूनों को किसानों पर थोपा है वे किसान व आम जनता को मंजूर नहीं हैं। देशभर के किसान इन कानूनों को रद्द करने की मांगकर आंदोलनरत हैं पर केन्द्र सरकार अड़ियल रवैया अपनाए हुए है। कांग्रेस पार्टी किसानों का समर्थन करते हुए मांग करती है कि तत्काल संसद का अधिवेशन बुलवाकर तीनों काले कानून को रद्द किया जाए।
धरने में कांग्रेस के साथ शामिल पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा की जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष रमाकांत राजपूत ने भी किसान विरोधी बिलों को तत्काल वापस लिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इन कानूनों से उद्योगपति जमाखोरी कर आम जनता को खुले आम लूटेंगे व उन्हें रोक पाने का देश के पास कोई कानून नहीं होगा। धरने के संचालक कांग्रेस नगर अध्यक्ष कृष्ण चन्द्र गोयल ने भी किसानों की मांगों का समर्थन किया। धरने में प्रमुख रूप से मनमोहन सिंह सेंगर, एहसान मोहम्मद, अजीत अगरकर, अनुराग सोनी, गजेन्द्र कुशवाहा, अरविंद, शोभित त्रिपाठी, योगेश दोहरे, शिव किशोर त्रिपाठी, मनोज पाल, बाबूराम राजपूत, एकता चौधरी, राखी वर्मा, इनामुल हक, हृदयेश पांडे आदि ने शामिल हो कर किसानों की मांग का समर्थन किया।
पुलिस बल की मौजूदगी में किसानों का धरना जारी
मंगलवार को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में किसानों का धरना प्रदर्शन पांचवे दिन भी जारी रहा। किसानों ने सरकार की हठधर्मिता की आलोचना की एवं उपवास रखा। कंचौसी के अंबेडकर पार्क में आयोजित धरना प्रदर्शन के दौरान सीओ सिटी सुरेंद्र नाथ की अगुवाई में भारी पुलिस बल मौजूद रहा। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष उमाशंकर राजपूत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में किसानों ने सरकार के नए कानूनों की आलोचना की। जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार हठधर्मिता त्याग कर किसानों की मांगें माने और किसान विरोधी काला कानून वापस ले। दिनेश चंद्र कुशवाहा, गिरीश सिकरवार, अजय कुमार पूर्व प्रधान एवं आदर्श कुमार कश्यप, रामबाबू दोहरे ने कहा कि किसान परेशान हैं लेकिन सरकार उनकी परेशानी को ध्यान में न रख कर उनके आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश कर रही कर रही है। चिरौंजी लाल, हरवंश सिंह, विपिन राजपूत, लाखन सिंह, सुमित नारायण, शिवम कुमार, मयंक, हरी लाल, प्रमोद पाल, आदि तमाम किसान उपस्थित रहे।
दिबियापुर में भारी पुलिस बल की मौजूदगी में किसानों का धरना प्रदर्शन जारी
मंगलवार को भारी पुलिस बल के।मौजूदगी में किसानों का धरना प्रदर्शन पांचवे दिन भी जारी रहा किसानों ने सरकार की हठधर्मिता की आलोचना की एवं उपवास रखा अंबेडकर पार्क में आयोजित धरना प्रदर्शन के दौरान सीओ सिटी समेत भारी पुलिस बल मौजूद रहा भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष उमाशंकर राजपूत जी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में किसानों ने सरकार के नए कानूनों की आलोचना की जिला अध्यक्ष ने कहा कि सरकार हठधर्मिता त्याग कर किसानों की मांगें माने और किसान विरोधी काला कानून वापस ले दिनेश चंद्र कुशवाहा गिरीश सिकरवार जी अजय कुमार पूर्व प्रधान एवं आदर्श कुमार कश्यप रामबाबू दोहरे ने कहा किसान परेशान है लेकिन सरकार उनकी परेशानी को ध्यान में ना रख कर उनके आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश कर रही कर रही है चिरौंजी लाल हरवंश सिंह विपिन राजपूत लाखन सिंह सुमित नारायण शिवम कुमार मयंक हरी लाल प्रमोद पाल आज तमाम किसान उपस्थित रहे शांतिपूर्ण आंदोलन रहा आज का आंदोलन शांतिपूर्ण रहा हालांकि अप्रिय स्थिति को रोकने के लिए प्रशासन ने भारी पुलिस बल की तैनाती की थी महिला पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहा।
शांतिपूर्ण आंदोलन रहा
आज का आंदोलन शांतिपूर्ण रहा, हालांकि अप्रिय स्थिति को रोकने के लिए प्रशासन ने भारी पुलिस बल की तैनाती की थी। महिला पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहा।