- फतेहगढ़ जिला जेल में तीन मुस्लिम बंदी व चार महिलाएं उपवास में
- सुबह से शाम तक चलते पूजन अर्चन के कार्यक्रम
- जेल प्रशासन ने कैदियों के लिए खास इंतजाम
- व्रत कर रहे कैदियों के लिए खानपान का विशेष ध्यान
फर्रुखाबाद। फर्रुखाबाद स्थित फतेहगढ़ जिला जेल में इस समय शक्ति की आराधना का पर्व नवरात्र की धूम मची है। यहां बंदी भले ही समाज की मुख्यधारा से कटकर जेल की चारदीवारी में हों, लेकिन वे भी धार्मिक व आध्यात्मिक भावना से ओतप्रोत हैं। शारदीय नवरात्र में जेल के 70 बंदी व्रत रखकर देवी की आराधना कर रहे हैं। इनमें 3 मुस्लिम बंदी सहित 4 महिला बंदी शामिल हैं। कारागार प्रशासन इन बंदियों के लिए फलाहार की भी व्यवस्था कर रहा है।उन्हें पूजन सामग्री के साथ ही अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराया गया है। बंदियों के पूजा-पाठ में कोई खलल न पड़े, इस बात पर भी जेल प्रशासन ध्यान दे रहा है।
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कारागर परिसर में ही मां भगवती की मूर्ति की स्थापना कर पूजा-अर्चना कर अपने दिन की शुरुआत कर रहे हैं। जेल एक ऐसा शब्द है,जिसे सुनते ही हर किसी के जहन में कैद ,चाहर दिवारी, अंधेरा, जेलर का कैदियों पर चिल्लाना यही सब आता है। लेकिन बदलते समय के साथ ही जेल में भी कई तरह के बदलाव देखने को मिले हैं। न सिर्फ जेल बल्कि कैदियों ने भी अब खुद को सुधारने के लिए प्रयास करना शुरू कर दिया है। बदलते दौर के साथ जेल में बदलाव का कुछ ऐसा ही नजारा उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद की जिला जेल में देखने को मिला है। प्रथम दिन जिला जज श्री अश्वनी कुमार त्रिपाठी, जिलाधिकारी श्री संजय कुमार सिंह एवम पुलिस अधीक्षक श्री अशोक कुमार मीणा द्वारा सयुक्त रूप से मां दुर्गा की मूर्ति पर माल्यार्पण कर विधि विधान से पूजा अर्चना कर नवरात्रि पूजन का कारागार में शुभारंभ किया गया ।
फतेहगढ़ जिला जेल में बंद 3 मुस्लिम बंदी सहित 4 महिलाओं समेत कुल 70 कैदी नवरात्रि में नौ दिन का उपवास रख रहे हैं। तीन मुस्लिम बंदियों कासिम पुत्र ग्यासुद्दीन, चांद अंसारी पुत्र सलीम अंसारी और सिराज पुत्र निसार द्वारा भी पूर्ण श्रद्धा के साथ मां दुर्गा के व्रत रखे है मुस्लिम बंदी भी हिंदू बंदियों के साथ ही पूजा पाठ , आरती और भजन गायन कर रहे है । ऐसे में जेल अधिकारियों ने इन कैदियों के लिए खास बंदोबस्त भी किए हैं। उन्हें नियमित रूप से 500 ग्राम उबले हुए आलू के साथ दो केले, आधा लीटर दूध व अन्य फलाहार उपलब्ध कराया जा रहा।
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फलाहार बनाने में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जेल अधीक्षक भीम सेन मुकुंद ने बताया कि बंदियों की आस्था का पूरा सम्मान किया जा रहा है। नवरात्र में कई बंदियों ने नौ दिन का व्रत शुरू किया है। कई बंदी पहले और आखिरी दिन व्रत रखेंगे। ऐसे बंदियों के लिए पूजन सामग्री के साथ फलाहार की व्यवस्था की गई है।कारागर परिसर में ही मां भगवती की मूर्ति की स्थापना कर पूजा-अर्चना कर अपने दिन की शुरुआत कर रहे हैं। मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन 05 अक्टूबर विजय दशमी के दिन किया जाएगा।