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बुंदेलखण्ड व विन्ध्य क्षेत्र में अक्षय ऊर्जा की अनेक सम्भावनाएं: योगी

बुंदेलखण्ड व विन्ध्य क्षेत्र में अक्षय ऊर्जा की अनेक सम्भावनाएं: योगी

बुंदेलखण्ड व विन्ध्य क्षेत्र में अक्षय ऊर्जा की अनेक सम्भावनाएं: योगी

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि बुंदेलखण्ड व विन्ध्य क्षेत्र में अक्षय ऊर्जा की अनेक सम्भावनाएं हैं।
योगी ने यहां अपने सरकारी आवास पर बांदा स्थित अवाडा ग्रुप के 70 मेगावॉट क्षमता के सोलर पावर प्लाण्ट का वचुअर्ल माध्यम से उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि यह सोलर पावर प्लाण्ट बुंदेलखण्ड क्षेत्र के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस सोलर पावर प्लाण्ट से 400 लोगों को रोजगार प्राप्त होने जा रहा है। उन्होने कहा कि यह संयंत्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2070 तक भारत के नेट जीरो लक्ष्य को प्राप्त करने के अभियान की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। राज्य सरकार ग्रीन एंड क्लीन एनर्जी के माध्यम से कार्बन उत्सर्जन को न्यूनतम स्तर तक ले जाने और प्रधानमंत्री के नेट जीरो अभियान को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। ग्रीन एनर्जी के बड़े कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने तीन नीतियां तैयार की हैं, जिसमें सौर ऊर्जा नीति-2022, जैव ऊर्जा नीति-2022, ग्रीन हाइड्रोजन नीति-2024 शामिल हैं।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि सौर ऊर्जा नीति-2022 के अन्तर्गत राज्य सरकार ने 22 हजार मेगावॉट ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए यूपीनेडा ने लगभग 23 हजार एकड़ का लैण्ड बैंक प्रदेश में चिन्हित किया है। इसके अतिरिक्त, नए प्रयास भी प्रारम्भ हुए हैं। राज्य में लगभग तीन दर्जन से अधिक बांध व जलाशय हैं। इनमें फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाने और ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर स्थापित करने के वृहद कार्यक्रम को प्रदेश सरकार आगे बढ़ा रही है। प्रदेश में बड़ी संख्या में एक्सप्रेस-वे व हाईवे हैं तथा नहरों का बड़ा संजाल भी मौजूद है। एक्सप्रेस-वे, हाइवे व नहरों के किनारे की भूमि का उपयोग सौर ऊर्जा के लिए किया जा सकता है।

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उन्होने कहा कि राज्य सरकार पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना पर प्रमुखता से कार्य कर रही है। इस योजना के अन्तर्गत प्रदेश में 25 लाख घरों में सोलर पैनल स्थापित होने हैं। इसके लिए 18 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन सम्पन्न हो चुके हैं। सौर ऊर्जा नीति-2022 के अंतर्गत 1500 मेगावॉट के सोलर रूफ टॉप संयंत्र कॉमर्शियल/इण्डस्ट्रियल बिल्डिंग्स में लगाए जाने के कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। राज्य सरकार पहले से ही घरों में सोलर रूफटॉप संयंत्र लगाने का कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार ने घरेलू उपभोक्ताओं को नेट मीटरिंग की सुविधा तथा इण्डस्ट्रियल व कॉमर्शियल कनेक्शनों के लिए नेट बिलिंग की व्यवस्था लागू की है।

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योगी ने कहा कि राज्य सरकार अयोध्या, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज जैसे बड़े शहरों को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने के लिए प्रयासरत है। प्रदेश में 60,000 सूर्य मित्र बनाने का लक्ष्य है। इनमें लगभग 6000 सूर्य मित्र अपनी ट्रेनिंग पूरी कर चुके हैं। कौशल विकास मिशन के सहयोग से प्रदेश की नवीकरणीय ऊर्जा की सम्भावनाओं से विद्यार्थियों को जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के लिए अक्षय ऊर्जा के माध्यम से 500 गीगावॉट का लक्ष्य निर्धारित किया है। बुंदेलखण्ड व विन्ध्य क्षेत्र में अक्षय ऊर्जा की अनेक सम्भावनाएं हैं। अकेले अवाडा ग्रुप ने अब तक इस दिशा में 04 गीगावॉट संयंत्र की स्थापना का कार्य किया है।

यह कम्पनी नोएडा बेस्ड है, जो उत्तर प्रदेश में इन्वेस्टर्स समिट में किए गए अपने वादे के अनुसार आज इस कार्यक्रम को आगे बढ़ा रही है। अवाडा ग्रुप ने प्रदेश में सोलर पावर के उपयोग में आने वाले पैनल के प्लाण्ट को लगाने की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की है। इस अवसर पर ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा, ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा राज्य मंत्री सोमेन्द्र तोमर, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव ऊर्जा नरेन्द्र भूषण, अवाडा ग्रुप के चेयरमैन विनीत मित्तल उपस्थित थे।

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