- लद्दाख में ड्यूटी के दौरान पैर फिसलने से हुई थी मौत
- पैतृक गांव में शव पहुंचने पर मचा कोहराम
- सेना के वाहन से सैनिक टुकड़ी शव लेकर पहुंची
- सैनिक सम्मान के साथ पैतृक गांव मुढ़ी में हुई अंत्येष्टि
- सैनिक सलामी के साथ जवान की हुई अंत्येष्टि
औरैया। यूपी में औरैया जिले के फफूंद क्षेत्र के गांव मुढ़ी में गुरुवार सुबह हजारों की संख्या में जुटे लोगों ने नम आंखों से लद्दाख में ड्यूटी के दौरान हादसे का शिकार होकर जान गवाने वाले सेना के जवान अनुभव त्रिपाठी को भारत माता की जय और जब तक सूरज चांद रहेगा आनुभव तेरा नाम रहेगा आदि नारों के बीच नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
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इससे पूर्व जिलाधिकारी पीसी श्रीवास्तव व पुलिस अधीक्षक चारू निगम, जिले के जनप्रतिनिधियों, विशिष्ट जनों ने मुढ़ी पहुंच कर दिवंगत हवलदार अनुभव त्रिपाठी को श्रद्धांजलि दी। बता दें कि 38 वर्षीय हबलदार ड्राइवर अनुभव त्रिपाठी पुत्र उमाकान्त त्रिपाठी की 51 बटालियम फील्ड रेजीमेंट (आर्टिलरी) मथुरा में पोस्टिंग थी। लेह लद्दाख में देश की रक्षा करते हुए बर्फ में पैर फिसल जाने के कारण वे रूप से घायल हो गए थे।+
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इलाज के दौरान 11 जुलाई को उनका निधन हो गया। सेना के वाहन से आज सुबह शहीद जवान अनुभव का शव उनके पैतृक गांव मुढ़ी लाया गया तो गांव में कोहराम मच गया हर कोई शहीद के अंतिम दर्शन करने को लाइन में लगा था। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने अनुभव के परिवारी जनों से भेंट कर उन्हें ढांढस बंधाया।