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भारतीय नवजागरण ,स्वतंत्रता एवं विभिन्न सामाजिक व राजनैतिक आंदोलनों में हिंदी भाषा की महत्वपूर्ण भूमिका

भारतीय नवजागरण ,स्वतंत्रता एवं विभिन्न सामाजिक व राजनैतिक आंदोलनों में हिंदी  भाषा की महत्वपूर्ण भूमिका

भारतीय नवजागरण ,स्वतंत्रता एवं विभिन्न सामाजिक व राजनैतिक आंदोलनों में हिंदी भाषा की महत्वपूर्ण भूमिका

औरैया। विवेकानंद ग्रामोद्योग महाविद्यालय दिबियापुर में हिंदी दिवस पर मंगलवार को हिंदी सप्ताह का शुभारंभ हुआ।इस अवसर पर आयोजित गोष्ठी में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ इकरार अहमद ने राष्ट्रीय भावनाओं को प्रबल करने हेतु हिंदी भाषा की महत्ता को स्पष्ट करते हुए कहा कि भारतीय नवजागरण ,स्वतंत्रता आंदोलन एवं विभिन्न सामाजिक व राजनैतिक आंदोलनों में हिंदी भाषा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। संपूर्ण भारतवर्ष को हिंदी के माध्यम से ही जोड़ा जा सकता है। हिंदी संस्कृति एवं संस्कारों की भाषा होने के साथ-साथ ज्ञान एवं आर्थिक विकास की भी भाषा है। अतः हिंदी के माध्यम से रोजगार के विभिन्न अवसर भी प्राप्त हो रहे हैं ।वैश्विक परिदृश्य के आर्थिक जगत में हिंदी एक आवश्यक भाषा बन गई है।

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राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ इफ्तिखार हसन ने हिंदी के विद्वानों से आवाहन करते हुए कहा कि हिंदी को सरलतम रूप में प्रस्तुत करना चाहिए जिससे विद्यार्थियों को पढ़ने में किसी भी प्रकार की कठिनाई ना हो। इस अवसर पर डॉ यश कुमार, डॉ राकेश तिवारी, डॉ योगेश मिश्र ने भी अपने विचार व्यक्त किए। हिंदी सप्ताह के अंतर्गत सप्ताह भर हिंदी भाषा की विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा तथा समापन के अवसर पर विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए जाएंगे। कार्यक्रम में डॉ रीना आर्य, संदीप ओमर ,श्री नंदन पांडे ,डॉ शुभा रानी गुप्ता ,डॉ महेंद्र तिवारी, डॉ गजेंद्र यादव , अनुज अनुज मिश्रा हिमांशु यादव, डॉ श्याम नारायण, राजेश राजपूत, डॉ आलोक यादव प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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