पाम ऑयल पर बढ़ सकता है आयात कर

दिल्ली

पाम ऑयल पर बढ़ सकता है आयात कर

By

October 19, 2022

नयी दिल्ली। घरेलू खाद्य तेल बाजार की स्थिति में बदलाव के मद्देनजर सरकार पाम तेल के आयात पर लगने वाले कर को बढ़ा सकती है। यह जानकारी उद्योग से जुड़े सूत्रों ने दी। सरकार के ऐसे फैसले से देश में तिलहन की कम कीमतों में नरमी से चिंतिंत किसानों को राहत मिल सकती है। खाद्य तेलों पर नियंत्रण रखने के लिए सरकार ने कच्चे पाम तेल (सीपीओ) पर आयात कर को खत्म कर दिया था।

यह भी देखें : कोविड टीकाकरण में 219.41 करोड़ से अधिक टीके लगे

वर्तमान में सीपीओ पर कृषि अवसंरचना एवं विकास के लिए पांच प्रतिशत का उपकर जबकि परिष्कृत, प्रक्षालित और गंधहीन (आरबीडी) पाम तेल पर 12.5 प्रतिशत का आयात कर लागू है। खाद्य तेल उद्योग ने गिरते हुए तिलहन के दामों को समर्थन देने के लिए सरकार से सीपीओ और आरबीडी के आयात पर न्यूनतम 10 प्रतिशत का कर लगाने ती मांग की है। देश अपनी खाद्य तेल की आवश्यकता का 70 प्रतिशत मलेशिया, इंडोनेशिया, ब्राजील, अर्जेंनटिना, रूस और यूक्रेन से आयात करता है जिसमें खाद्य तेल के आयात में दो-तिहाई हिस्सा पाम तेल का है।

यह भी देखें : भाजपा ने हिमाचल प्रदेश के लिए पार्टी उम्मीवारों की पहली सूची जारी की