- 11 जुलाई को शुरू होगा विश्व जनसंख्या दिवस पखवारा
- 50 शैय्या जिला चिकित्सालय में जिलाधिकारी करेंगे उद्घाटन
- साधन मुहैया कराने के साथ छोटे परिवार के बड़े फायदे भी बतायेंगी आशा
- नवविवाहित दम्पत्तियों को जागरूक करना आशा की पहली प्राथमिकता
- देंगी सन्देश- अनचाहा गर्भ आपके सपनों व संसाधनों में बनता है बाधक
औरैया: छोटा परिवार सुखी परिवार पर अमल को लेकर हर साल विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई से आयोजित होने वाले जनसंख्या स्थिरता पखवारे के स्वरूप में इस बार कोरोना महामारी के चलते कुछ बदलाव नजर आएगा, इस पखवाड़े को 31 जुलाई तक चलाया जाएगा। कोरोना के मद्देनजर इस बार की थीम ‘आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी’ पर जनसंख्या दिवस पखवाड़ा मनेगा, कोविड 19 महामारी में भी जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए समाज को जागरूक करने के साथ ही परिवार नियोजन कार्यक्रमों को गति प्रदान करना इस साल की थीम का मुख्य उद्देश्य है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि जनसँख्या स्थिरता पखवारे की शुरुआत 50 शैय्या संयुक्त जिला चिकित्सालय से होगी जहाँ जिलाधिकारी अभिषेक सिंह फीता काटकर पखवाड़े का शुभारम्भ करेंगे। उन्होंने बताया कि पखवाड़े के दौरान 11 से 31 जुलाई तक घर-घर पहुँचने वाली आशा और एएनएम के अलावा स्वास्थ्य इकाइयों पर पहुँचने वाले नवविवाहित दम्पत्तियों को जागरूक करना पहली प्राथमिकता में होगा । इसके तहत उनको “पहले एक-दूसरे को जानेंगे और आगे की राह आसान बनाएंगे” सूत्र वाक्य को जीवन में उतारने के बारे में समझाया जाएगा ।
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अपर मुख्य चिकित्साधिकारी और नोडल डॉ शशिबाला सिंह ने निर्देश दिया है कि गृह भ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ता उस घर को प्राथमिकता दें जहाँ कोई नव-विवाहित दंपत्ति हों। आशा ऐसे दम्पत्तियों से इस बात पर चर्चा करेंगी कि अनचाहा गर्भ आपके सपनों और आपके पास मौजूद संसाधनों को सीमित करता है । इसके साथ ही उनकी आवश्यकतानुसार गर्भ निरोधक साधन भी उन्हें उपलब्ध कराएंगी । इसके अलावा प्रसव इकाइयों पर सभी अस्थायी विधियाँ जैसे – पीपीआईयूसीडी, पीएआईयूसीडी, अंतरा, छाया, कंडोम, गर्भ निरोधक गोलियां पहले की तरह प्रदान की जाएँ । अनचाहे गर्भ व गर्भपात से बचने के लिए यह बहुत ही जरूरी हैं ।
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डॉ सिंह ने बताया की कोविड 19 के प्रोटोकाल का पालन करते हुए परिवार नियोजन के विभिन्न गर्भ निरोधक साधनों बास्केट ऑफ च्वाइस के बारे में लोगों की काउन्सिलिंग की जाएगी, यह ध्यान देना है कि यदि किसी आशा या एएनएम को सर्दी, खांसी व गले में खराश और बुखार जैसे लक्षण हों या कन्टेनमेंट जोन में कार्य किया हो या वहां निवास करतीं हों तो उनको गृह भ्रमण पर न भेजकर उनकी जांच कराएं । इसके साथ ही ऐसे क्षेत्र के लिए परामर्श व गर्भ निरोधक साधनों के वितरण के लिए वैकल्पिक व्यवस्था बनायी जाए ताकि लोगों को परिवार नियोजन सम्बंधित परामर्श व गर्भ निरोधक साधन मिल सकें । इसके अलावा जिला अस्पताल में यदि नियत सेवा दिवस आयोजित हो तो केवल 10 योग्य दंपत्ति को ही बुलाएं ताकि दो लोगों के बीच दो गज की दूरी रखकर ही सेवायें प्रदान की जाएँ और ध्यान रखें कि आने वाले हर दंपति मास्क जरूर लगाए हों ।
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प्रत्येक शुक्रवार को मनेगा अंतराल दिवस
जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए जनपद में प्रत्येक शुक्रवार को सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर अंतराल दिवस मनाया जाएगा। इस दिन अस्पताल पहुंचने वाली महिलाओं और नवदंपतियों को गर्भनिरोधक के अस्थाई साधनों के बारे में जानकारी दी जाएगी। साथ ही विशेषज्ञों द्वारा शंकाओं का समाधान किया जाएगा। एक ही जगह पर परिवार नियोजन के सभी साधन भी उपलब्ध कराए जाएंगे। जिला अस्पताल के साथ-साथ स्वास्थ्य इकाइयों पर भी गर्भनिरोधक साधनो की पर्याप्त उपलब्धता है। इस दिवस के आयोजन से लोगों को परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।