इटावा के बीहड़पट्टी में स्थापित यह शक्तिपीठ
इटावा | चेत्र नवरात्र शुरू होते ही रात्रि में सिद्ध पीठ काली वाह मंदिर में माता रानी के भक्तों की दिखी भारी भीड़ यमुना और चंबल नदी के किनारे बीहड़ों के जंगल में 450 साल पुराना मां काली देवी का सिद्ध पीठ काली वाहन मंदिर स्थापित है आज नवरात्र के पहले दिन भक्तों की भारी भीड़ बनी रही और भक्त माता रानी के दर्शन करने के लिए लंबी-लंबी कतारों में खड़े रहे भक्त माता रानी के लिए प्रसाद लाल चुनरी, लाल फूल और नारियल चढ़ाते हैं |
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माता रानी का सिंगार भी चढ़ाया जाता है सिद्ध पीठ काली वाहन का चमत्कारी प्रभाव इतना है कि माता रानी अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करती हैं आसपास के जनपदों के अलावा आसपास के गांव के भक्त माता रानी के दर्शन के लिए आते हैं और हजारों की संख्या में प्रतिदिन यहां श्रद्धालु दर्शन करते हैं |
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झंडे और घंटे भक्त माता रानी के मंदिर में चढ़ाते हैं बताया जाता है कि कभी बीहड़ों के डकैत माता रानी के मंदिर में घंटे और झंडे चढ़ा जाते थे और कोई जान भी नहीं पाता था काली वाहन मंदिर को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है और मेले में सॉफ्टी झूला सहित तमाम खाने पीने की दुकान है लगाई गई है