लखनऊ । उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं पर एक बार फिर निशाना साधते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में लखनऊ के बड़े अस्पतालों से लेकर जिले तक के अस्पताल अराजकता के शिकार है। श्री यादव ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि प्रदेश में कहीं मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा है तो कहीं पर्याप्त सुविधाएं नहीं है। भाजपा सरकार ने अपने पूरे कार्यकाल में अभी तक एक भी जिला स्तर के अस्पताल का निर्माण नहीं कराया है जहां गरीबों का मुफ्त इलाज हो सके। भाजपा सरकार ने विद्वेष की भावना के चलते समाजवादी सरकार में बनाएं गए अस्पतालों और ट्रामा सेंटरों की उपेक्षा की। स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर मुख्यमंत्री झूठे और हवाई दावे करते है। सरकार जनता को गुमराह करना बंद करें।
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उन्होने कहा कि भाजपा सरकार में मरीजों को 108 एम्बुलेंस सेवा भी नहीं मिल पा रही है। पूरी व्यवस्था भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी है। समाजवादी सरकार में 108 और 102 मुफ्त एम्बुलेंस सेवा शुरू की गयी थी लेकिन भाजपा सरकार मरीजों को एम्बुलेंस तक उपलब्ध नहीं करा पा रही है। अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में पर्याप्त संख्या में डॉक्टर, प्रोफेसर और अन्य संसाधन नहीं है। सरकार मेडिकल संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रही है। जिसके चलते आये दिन धरना प्रदर्शन और हड़ताल की स्थिति बन गयी है। इसका खामियाजा प्रदेश की गरीब जनता मरीजों और परिजनों को भुगतना पड़ रहा है।
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श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने पूरे प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा व्यवस्था की दुर्दशा कर दी है। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में अराजकता की स्थिति देखकर जनता सवाल पूछती है कि प्रदेश में कोई स्वास्थ्य मंत्री है या नहीं है। बड़े संस्थानों में लापरवाही चरमसीमा पर है। पीजीआई लखनऊ में आपरेशन थियेटर में आग लगना बेहद गंभीर विषय है। आग लगने के बाद जो अव्यवस्था दिखाई दी, उससे दो मरीजों की मौत हो गई। इस घटना से स्पष्ट है कि भाजपा सरकार में लोगों की जिंदगी का कोई भरोसा नहीं है। कब कहां किसकी जान चली जाए।