- गोष्ठी में इतिहास संकलन योजना पर चर्चा
- हमारे यहां ज्ञान अनुभूति से होता है धर्म अर्थ काम मोक्ष का प्रणेता हैइतिहास _ संजय मिश्रा
- ऐसा इतिहास लिखा जाए जिसमें यहां की मिट्टी की महक हो
दिबियापुर (औरैया )। रविवार को दिबियापुर के नारायणी मंडपम में इतिहास संकलन योजना पर चर्चा गोष्ठी हुई । योजना के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री संजय श्रीहर्ष मिश्र ने कहा कि इतिहास के जाने बिना राष्ट्र की सच्ची सेवा नही की जा सकती है । इतिहास का ज्ञान और बोध होना ही चाहिए । इतिहास लेखन की दिशा देश की भावना और तथ्यों पर आधारित होनी ही चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत जैसा गौरवशाली इतिहास किसी अन्य देश का नहीं है।
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उन्होंने लेखकों इतिहासकारों का आवाहन करते हुए कहा कि क्षेत्रीय इतिहास भी लिखा जाना चाहिए। इसके लिए प्रबुद्धजनों को आगे आना चाहिए । प्रत्येक जिले में टीम गठन हो जो क्षेत्रीय इतिहास पर तथ्यपरक और शोधपरक तरह से कार्य करे।
ऐसा इतिहास लिखा जाना चाहिए जिसमें स्थानीय मिट्टी की महक हो। संजय मिश्रा ने कहा कि दुर्भाग्य से देश का इतिहास विदेशी दृष्टिकोण से लिखा गया जिसमें पराभव ज्यादा संघर्ष कम लिखा गया । गोष्ठी में क्षेत्रीय इतिहासकार अविनाश अग्निहोत्री, डॉ डीपी सिंह, डॉ एमपी शुक्ला , डॉ अनुरुद्ध प्रताप सिंह भंवरजी, प्रोफेसर कौशलेंद्र तिवारी,समाजसेवी प्रदीप मिश्रा, कैप्टन योगेश त्रिपाठी, भाजपा नेता अरविंद दुबे, अनिल तिवारी,मनोज दुबे,विशाल दुबे,अमित चतुर्वेदी ,डॉ अतुल मिश्रा आदि ने गोष्ठी में प्रतिभाग किया। संचालन लेखक साहित्यकार मुनीष त्रिपाठी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुबेन्द्र ने किया।