- भक्त बुलाये तो मैया चली आती ,
- सातवीं मंजिल पर विराजमान है वैष्णो माता
वैष्णो मैया तो दूर पहाड़ों पर जम्बू कश्मीर के कटरा में बिराजी हैं | पर कहते हैं कि भक्त बुलाये तो मैया उस तक दौड़ी चली आती हैं | ऐसा साक्षात् यहाँ देखने को मिला है | जो लोग कटरा जाकर वैष्णो माता के दर्शन नहीं कर पाये उनके लिए मैया फर्रुखाबाद में ही वैष्णो रूप में दर्शन देती हैं | भक्त प्रशन्न कर ले तो मैया उसकी झोली भर ही देती हैं | वैष्णो मैया का सच्चा दरबार अपने भक्तों के लिए खुशियां लुटाता है | कोरोना काल के बाद नवरात्र में वैष्णो मैया के दरबार में रौनक बढ़ गयी है | भक्तगण अपने ढंग से मैया को मनाने में लगे हैं |
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फर्रुखाबाद के बीएएमएस डाक्टर राकेश तिवारी की संकल्पना है नगला दीना मोहल्ला में बना वैष्णो देवी मंदिर। कटरा में तो ऊंचे- ऊंचे पहाड़ों के बीच मैया का दरबार है | यहाँ के मंदिर में पहाड़ तो नहीं लेकिन मंदिर तक पहुँचने के लिए वैसे ही पर्वतीय मार्ग की चढ़ाई पर चलने का एहसास होता है | डा. तिवारी के अस्पताल से होकर यह चढ़ाई वाला रास्ता निकलता है |
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जिस पर नाचते- कूदते भक्त मैया के पिंडी स्वरुप के दर्शन के लिए पहुँचते हैं | जो लोग मन से माता की आराधना करते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं | माता तो जगत जननी हैं. वह सभी जगह बिराजमान हैं | जीवन ऐसे ऐसे चमत्कार किये जिनकी कल्पना उन्होंने सपने में भी नहीं की थी |उनके जीवन में हुए चमत्कारों से ऐसा लगा कि अगर मैया की भक्ति में उतरा जाए तो बहुत कुछ पाया जा सकता है |