- कोरोना मरीजों के लिए लेवल वन हॉस्पिटल बनाए जाने से अन्य स्वास्थ्य सेवाएं थीं बंद
- 14 अक्टूबर से इमरजेंसी, ओपीडी व जननी सुरक्षा चालू होगी
औरैया: औद्योगिक नगर दिबियापुर में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व 50 सैया मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में 7 महीने बाद बुधवार से इमरजेंसी ओपीडी जननी सुरक्षा योजना सहित सभी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ फिर से मिलना शुरू हो जाएगा। दिबियापुर सीएचसी को कोविड-19 लेवल वन हॉस्पिटल बना दिए जाने से यहां मार्च महीने से सभी प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं रोक कर इसे आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया था। अब 7 महीने बाद फिर से यहां स्वास्थ्य सेवाएं शुरू की जा रही हैं।
कोरोना संक्रमण शुरू होने के साथ जिले में दिबियापुर सीएचसी को लेवल वन हॉस्पिटल बनाया गया था। कोरोना काल में यहां कॉल 420 संक्रमित मरीजों को भर्ती किया गया जबकि इससे जुड़े पीवीआरपी में 172 पॉजिटिव मरीज रखे गए। कुल 592 संक्रमितों का सीएचसी दिबियापुर में इलाज हुआ। इनमें से 521 संक्रमितों को बीमारी से जंग जीतने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया वहीं 66 संक्रमितों को यहां से रेफर किया गया। पिछले दिनों शेष बचे चार संक्रमितों को जिला अस्पताल चिचौली शिफ्ट किए जाने के बाद यहां स्वास्थ्य सेवाएं बहाल किए जाने की तैयारियां शुरू कर दी गई थीं।
मिलेंगी सभी स्वास्थ्य सेवाएं
अस्पताल अधीक्षक डॉ जितेंद्र यादव ने बताया कि बुधवार से नियमित तौर पर इमरजेंसी, ओपीडी, जननी सुरक्षा योजना के साथ अन्य सभी स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ होंगी। वे स्वयं तथा डॉक्टर सऊद अहमद, डॉ विजय आनंद मरीजों को अटेंड करेंगे। पूरे अस्पताल की सघनता से साफ सफाई के साथ कई चक्र सेनेटाइजेशन कराया गया है।