नई दिल्ली। सरकार ने उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े महानगर कानपुर में लाल इमली के वस्त्र कारखाने के कर्मचारियों के बकाया भुगतान शीघ्र किए जाने तथा अनवरगंज-मंधना रेल लाइन को बंद करने का आश्वासन दिया है।
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उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं कानपुर से निर्वाचित भारतीय जनता पार्टी के सांसद सत्यदेव पचौरी ने शुक्रवार को यहां इन मांगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
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संसद भवन परिसर में स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय में इस मुलाकात में श्री पचौरी ने श्री मोदी को कानपुर की लम्बे समय से चली आ रही दो ज्वलंत समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा।
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प्रधानमंत्री को सम्बोधित इस ज्ञापन में श्री पचौरी ने कानपुर नगर में बी.आई.सी. की लाल इमली मिल के 650 कर्मचारियों का कई वर्षाें से लम्बित वेतन, भत्ते, ग्रेच्युटी इत्यादि के शीघ्र भुगतान किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में सरकार की सैद्धांतिक सहमति भी मिल चुकी है, लेकिन सरकार सर्वप्रथम उक्त मिल की भूमि का विनिवेश करना चाहती है, जो कर्मचारियों के हित में नहीं होगा। उनका कहना था कि सभी कर्मचारियों का बकाया भुगतान पहले किया जाए इसके उपरान्त ही विनिवेश किया जाए।
श्री पचौरी ने ज्ञापन में पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल के अंतर्गत कानपुर स्थित 16 किलोमीटर लम्बी अनवरगंज-मन्धना रेल लाइन को हटाये जाने अथवा इसे एलीवेटेड किए जाने की भी मांग की। उन्होने ज्ञापन में कहा कि चूंकि इस लाइन पर प्रतिदिन 50 जोड़ी यात्री और मालगाड़ियॉं गुजरती है, इसमें मानव चलित 18 रेलवे फाटक है, इस कारण ये फाटक हर दस मिनट के अन्तराल पर बंद करने पड़ते हैं, जिससे पूरे दिन कानपुर में यातायात जाम की विकट समस्या बनी रहती है ।
श्री पचौरी ने बताया कि इस पर प्रधानमंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा कि उपरोक्त रेलवे लाइन को हटाए जाने का प्रकरण उनके संज्ञान में है। साथ ही उन्होंने लालइमली के कर्मचारियों के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए उनके समस्त बकाया वेतन, भत्ते, ग्रेच्युटी इत्यादि के भुगतान की मांग पर सहमति भी जताई और इस बारे में शीघ्र प्रभावी कदम उठाए जाने का आश्वासन दिया।