लखनऊ । महाकुंभ के दौरान एक नाविक के 30 करोड़ की आमदनी होने के बयान पर निशाना साधते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि अगर सच में एक परिवार ने महाकुंभ में अकेले 30 करोड़ कमाएं हैं तो सरकार ये भी बताए कि जीएसटी कितना मिला।यादव ने जारी बयान में कहा कि पवित्र महाकुंभ में यह तो सत्ता संरक्षण में श्रद्धालुओं के साथ लूट की एक कहानी है। भाजपा सरकार के संरक्षण में न जाने कितने ठगों और लुटेरों ने श्रद्धालुओं की आस्था का दोहन किया। इसकी कल्पना नहीं की जा सकती है। सरकार के ब्रांड एम्बेसडर नाविक को लेकर खबरों के माध्यम से जो कहानियां आ रही हैं। वह हैरान करने वाली है। इसी कहानी से भाजपा सरकार की नीति और नियत का पता चल जाता है कि वह कैसे चल रही है।
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उन्होने कहा कि भाजपा सरकार में ठगों और अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है। अपराधी, हिस्ट्रीसीटर और ठग सŸा से गठजोड़ कर आम जनता को लूट रहे है। सरकार लुटेरे और हत्यारों के साथ खड़ी है। सरकार सदन से सड़क तक जनता को अपराधियों और हिस्ट्रीसीटरों के अवैध कारनामों और वसूली की कहानियां सुनाती नहीं थकती। यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार हो रहा है जब सरकार प्रदेश की जनता को ठगने वाले ठगों और दबंगों का महिमा मंडन कर रही है।
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माननीय महाकुंभ में दूसरों की सक्सेस स्टोरी क्यों सुना रहे हैं। क्या महाकुंभ में उनकी अपनी कोई सफलता की कहानी नहीं है। क्या सरकार खुद असफल हो गयी है जो अपराधियों की कहानी सुना रही हैं। अगर सुनानी है तो सरकार अपनी सच्ची कहानी सुनाए लेकिन सच्चाई तो यह है कि सरकार की अपनी कोई कहानी नहीं है। उन्होने कहा कि पाताल खोजी पहले पता कर लिया करें फिर महिमा मंडल करें। पहले निवेश के नाम पर ठग से हजारों करोड़ का एमओयू कर लिया। अब नामजद के नाम की सदन में बंद आखों से तारीफ कर दी। इसीलिए भाजपा सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद है। अपराधियों की ठगी और लूट को भाजपा विकास समझती है।