Home देशशहर और राज्यउत्तर प्रदेश भूवैज्ञानिक व टीम ने खोजे चट्टानों में छुपे अमूल्य भंडार,मिलेगा हजारों युवाओं को रोजगार

भूवैज्ञानिक व टीम ने खोजे चट्टानों में छुपे अमूल्य भंडार,मिलेगा हजारों युवाओं को रोजगार

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भूवैज्ञानिक व टीम ने खोजे चट्टानों में छुपे अमूल्य भंडार,मिलेगा हजारों युवाओं को रोजगार
भूवैज्ञानिक व टीम ने खोजे चट्टानों में छुपे अमूल्य भंडार,मिलेगा हजारों युवाओं को रोजगार

झांसी। भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय अधिकारी भूवैज्ञानिक डॉ़ गौतम कुमार दिनकर और उनकी टीम ने बुंदेलखंड क्षेत्र की चट्टानों में छुपे बहुमूल्य खनिजों को ढूंढने के क्रम में ललितपुर में सोने, प्लेटिनम और लौह अयस्क के भंडार का पता लगाया है।

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भूतत्व एवं खनिकर्म क्षेत्रीय कार्यालय झांसी मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ़ दिनकर ने शनिवार को बताया कि झांसी मंडलायुक्त डॉ़ अजय शंकर पांडे और अपर आयुक्त प्रमील कुमार सिंह बुंदेलखंड की धरोहर को संरक्षित एवं विकास के लिए सतत कार्यरत हैं। इसके लिए उनके द्वारा खनन के क्षेत्र में बुंदेलखंड खनिज संपदा एवं साहित्य समिति का गठन किया गया है। इससे खनिज के क्षेत्र में युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है, इसी के तहत यह बड़ी सफलता मिली है। ललितपुर के इकौना और टोरी पिसनारी क्षेत्र में लगभग एक वर्ग किमी के क्षेत्र में सोने, प्लेटिनम और लौह अयस्क की खोज की गयी है।

भूवैज्ञानिक के नेतत्व में किये जा रहे सतत अन्वेक्षणों के कारण सूखे और पिछड़े कहे जाने वाले बुंदेलखंड क्षेत्र में अब एक के बाद बहुमूल्य धातु, रत्न और उपरत्न मिलना शुरू हो गए हैं। कुछ समय पहले झांसी जनपद के मऊरानीपुर क्षेत्र में नीलम का उपरत्न एमेथिस्ट का भंडारण प्राप्त हुआ था। उसके बाद ललितपुर में तीन वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में 16 लाख टन का रॉक फास्फेट का भंडारण मिला है। इसका ग्लोबल टेंडर भी जारी कर दिया गया है। इसी क्रम में अब सोने, प्लेटिनम और लौह अयस्क के भंडार खेाजे गये हैं, यह झांसी मंडल सहित पूरे बुन्देलखंड के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।

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निदेशालय के भू-वैज्ञानिक डॉ गौतम कुमार दिनकर विगत दो दशकों से भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण कार्य कर अपना योगदान दे रहे हैं। डॉ दिनकर ने गिरार क्षेत्र में उपलब्ध स्वर्ण एवं लोह अयस्क की भूवैज्ञानिक रिपोर्ट निदेशालय को प्रस्तुत कर दी है। वर्तमान में डॉ रोशन जैकब निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय खनिज भवन उत्तर प्रदेश द्वारा इसके ऑकशन करवाने के लिए निदेशालय स्तर पर गठित टीम द्वारा इन मुख्य खनिजों के आक्शनेवल ब्लॉक बनाने का कार्य किया जा रहा है।

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निदेशालय स्तर पर गठित टीम के पर्यवेक्षण का कार्य डॉ़ दिनकर द्वारा किया जा रहा है। इसमें से रॉक फास्फेट को ब्लॉक के ऑकशन हेतु निदेशक भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय उत्तर प्रदेश द्वारा विज्ञप्ति जारी कर दी गई है। भूवैज्ञानिक मंडलीय अधिकारी झांसी मंडल के सुपरविजन में ब्लॉक बनाने का काम हो रहा है। रॉक फास्फेट का ब्लॉक बन गया है। यह डीजीएम के 25 साल के इतिहास में बहुत बड़ी उपलब्धि है। डीजीएम निदेशक और सचिव डॉ रोशन जैकब आईएएस द्वारा यह विज्ञप्ति जारी की है। सोने, लोह एवं प्लेटेनिम के ब्लॉक बनाने का काम डॉ दिनकर व उनी टीम द्वारा कराया जा रहा है। डॉ़ दिनकर ने बताया कि इससे न केवल करोड़ों रुपए का राजस्व शासन को प्राप्त होगा बल्कि क्षेत्र के सैकड़ों हजारों युवाओं को रोजगार भी प्राप्त होगा।

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