- पायलट को अध्यक्ष पद से भी हटाया
- पायलट बोले सत्य पराजित नही हो सकता
जयपुर: राजस्थान में सियासी संकट के बीच जयपुर के एक होटल में आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है। बैठक में शामिल नहीं हुए सचिन पायलट को उप-मुख्यमंत्री पद से और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है, साथ ही पायलट के दो मंत्रियों को भी मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है । सचिन की जगह गोविंद सिंह डोटासरा को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इसकी जानकारी दी है। इससे पहले बैठक में मौजूद 102 विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल की में सर्वसम्मति से सचिन पायलट को पार्टी से बाहर कर देने की मांग की थी।
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गौरतलब है कि पायलट समेत उनके समर्थक विधायकों को बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन वे इसमें शामिल नहीं हुए। पायलट खेमे ने साफ कर दिया है कि मुख्यमंत्री हटने तक कोई समझौता नहीं होगा। पायलट समर्थक विधायकों ने फ्लोर टेस्ट की मांग की है। उधर अपनी बर्खास्तगी पर पायलट ने ट्वीट करते हुए कहा है कि सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं । सीएम गहलोत ने राजस्थान के गवर्नर कलराज मिश्रा से मुलाकात करने के बाद मीडिया से कहा कि भाजपा 6 महीने से सरकार गिराने की साजिश में लगी हुई है लेकिन भाजपा की यह साजिश कामयाब नहीं होने दी जाएगी ।
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विदित हो कि पूरे राजनीतिक घटनाक्रम पर भाजपा नजर बनाए हुए है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार राज्य में भाजपा के राज्य कार्यालय में एक बैठक हुई, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव वी. सतीश, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर मौजूद रहे। इससे पहले राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस दावा करती रही है कि उनके नेता एकजुट हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि आंतरिक विवाद हैं, जिसके कारण अपमान का सामना करने के बाद सचिन पायलट को पार्टी से अलग होना पड़ा। फिलहाल हम फ्लोर टेस्ट की मांग नहीं कर रहे हैं।
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एक समाचार एजेंसी के अनुसार पूनिया ने कहा, ‘ पहली बात तो ये कि ये सरकार जाए ये हमारी कोशिश रहेगी। दूसरा राजस्थान की जनता और लोगों के हित में जो होगा वही किया जाएगा।