- जंजाली नगला गांव पर गहराने लगा संकट
- ग्रामीण खुद तोड़ रहे अपने घर
- सैकड़ों बीघा जमीन कटान के दायरे में आई
- कई लोग बेघर हो गए
- सड़क किनारे पॉलीथिन डालकर जीवन यापन कर रहे लोग
फर्रुखाबाद। फर्रुखाबाद में एक बार फिर गंगानदी का जलस्तर बढ़ने लगा है। जिससे गंगापार के निचले इलाके के ग्रामीणों में खासी बेचैनी है। गंगा का जलस्तर बढ़ने के साथ ही गांव में कटान भी तेज हो गया है। जंजाली नगला गांव पर संकट गहराने लगा है। कटान के चलते गंगा नदी में 25 से तीस मकान गंगा में समां चुके हैं। यहां एक दर्जन से अधिक लोग अपने कच्चे ,पक्के मकान पहले ही तोड़ चुके हैं।गांव जंजाली नगला में सड़क कटान की चपेट में आ कर गंगा में बह गई है।
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फर्रुखाबाद के कमालगंज ब्लॉक के जंजाली नगला गांव में कटान से ग्रामीणों की हजारों बीघा उपजाऊ भूमि काफी कट चुकी है। कई लोग बेघर हो गए जो इन दिनों सड़क किनारे पॉलीथिन डालकर जीवन यापन कर रहे हैं।गांव में 40 से 45 घर हैं और करीब 500 की आबादी है। यहां के निवासी अपने आशियाने खुद तोड़ रहे है।गंगानदी की कटान से कल्लू नगला और धारा नगला गांव पूर्व में कट चुके हैं। कई बार अधिकारियो से शिकायत की पर कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है। अधिकारी आते हैं और मदद की घुट्टी देकर चले जाते हैं,जिससे ग्रामीण गुस्से में हैं।
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करनपुर घाट में खेतों का कटान होने से ग्रमीण परेशान हैं। कमालगंज की ग्राम पंचायत बहोरनपुर टप्पा, हवेली के मजरा जंजाली नगला में कटान काफी तेजी से हो रहा है। यहां 12 मीटर सड़क गंगा में समा गई।ग्रामीणों ने गांव में जो दिक्कतें आ रही हैं उनको लेकर जानकारी दी। बताया कि रामलड़ैते, प्रेमवती, रामसिह, सोनपाल, रविंद्र, तेजवती, राजेंद्र, गोपाल, अनिल ने पक्के मकान तोड़ लिए हैं, वहीं विश्राम सिंह जगदीश ने अपने कच्चे मकान तोड़ लिए हैं। गांव में कुल 60 परिवार हैं।