मंडी शुल्क का विरोध कर रहे हैं व्यापारी, 21 सितंबर से हड़ताल पर
औरैया। जिले के औद्योगिक नगर दिबियापुर स्थित मंड़ी समिति कार्यालय में गुरुवार को गल्ला कारोबारियों ने मंड़ी शुल्क में असमानता पर विरोध जताते हुए मंडी सचिव को ज्ञापन सौंपा। कृषि उत्पादन मंडी समिति के पदेन अध्यक्ष व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में व्यापारियों ने मांग करते हुए मंडी शुल्क की असमानता दूर किए जाने को कहा।
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व्यापार मण्डल के अध्यक्ष सुखलाल गुप्त ने बताया कि जब से केन्द्र सरकार की नई नीति आई है, तब से मंडी में कारोबार में भारी गिरावट आयी है।उन्होंने बताया कि प्रदेश व्यापी हड़ताल के चलते दिबियापुर में 21 सितंबर से लगातार गल्ला आढ़तियों का कारोबार बंद है जो 26 सितंबर तक जारी रहेगा। इस मौके पर अरविन्द पोरवाल पप्पू, सुरेश भाटिया, मुकेश पोरवाल, भगवत शरण दुवे ,सुशील कुमार, सुरेश कुमार सामनानी,उदय प्रताप सिंह ,जगमोहन पाल, पंकज पोरवाल,लालाराम दोहरे आदि गल्ला आढ़ती और व्यापारी मौजूद रहे।
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मंडी के बाहर व्यापार को मिल रहा बढ़ावा
मंडी परिसर में गल्ला आढ़तियों को ढाई प्रतिशत मंडी शुल्क देय है, जबकि परिसर के बाहर उन्हें किसी प्रकार का मंडी शुल्क नहीं देना पड़ेगा। केन्द्र सरकार की नई कर नीति से जहां मंडी के बाहर व्यापार को बढ़ावा मिल रहा है तो वहीं मंडी परिसर के आढ़तियों पर इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है। मंड़ी शुल्क को बचाने में अधिकतर व्यापार बाहर होने की स्थिति में मंडी के आढ़तियों, पल्लेदारों समेत अन्य संबंधित लोगों के सामने रोजगार का संकट मड़राने लगा है। समस्या की गंभीरता को देखते हुए व्यापार मण्डल श्यामबिहारी मिश्र गुट ने विरोध प्रर्दशन शुरु कर दिया है। उधर मण्डी सचिव अरुण कुमार गुप्त ने बताया कि मुख्यमंत्री को संबंधित ज्ञापन उन्हें मिला है उसे उच्चाधिकारियों को भेजा जा रहा है।
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