- तेज बुखार, दर्द और उल्टी से प्रबंधक ने खुद को बताया था परेशान
- गृह नगर से लौटे प्रबंधक को कोरोना संक्रमण का डर,
- गेल प्रशासन का कहना है कि उसे घर मे आइसलोट रखा गया था , गेल के हॉस्पिटल में उपचार हो रहा है,हालत स्थिर
- वायरल वीडियो में अपना दर्द साझा कर रहे प्रबंधक अभिजीत ठाकुर
औरैया । यहां स्थित गेल पाता के पेट्रोकेमिकल संयंत्र के
फायर एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट में बतौर मैनेजर कार्यरत एक गेल कार्मिक का वायरल वीडियो पूरे दिन चर्चा में रहा। इसमें गेल प्रबंधक ने खुद को बुखार, दर्द से तड़पता बताया और कहा कि वह एक घंटे से एंबुलेंस मांग रहा है,और गेल ने उसकी मदद की ओर ध्यान तक नहीं दिया। वह कई घंटे तक रात में एम्बुलेंस के लिए गिड़गिड़ाता रहा आखिर उसे एक एंबुलेंस उपलब्ध कराई गई ।
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प्रबंधक अभिजीत ठाकुर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाला जिसमें उसने बताया कि वह 7 दिन पहले अपने गृह जनपद से आया है। बीती रात उसको उल्टी बुखार बदन दर्द व कई अन्य तरह की दिक्कतें पैदा हुई जिसके बाद उसने गेल प्रशासन से मदद की गुहार लगाई लेकिन गेल ने उसकी ओर कतई ध्यान नहीं दिया। हालत बिगड़ने पर वह सड़क पर आ गया, कई घंटे तक सड़क पर इंतजार करता रहा लेकिन उसे एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई। वीडियो में रोते हुए प्रबंधक ने कहा कि अभी वह कोरोना प्रभावित भी नहीं है अभी वह संदिग्ध मरीज है फिर भी उसके साथ यह बर्ताव किया जा रहा है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि गेल प्रशासन ने उसे सुबह सूचना दी इसके बाद उसका जिला अस्पताल में सैंपल लिया गया जो जांच को भेजा गया है, फिलहाल वह अस्पताल में उपचार ले रहा है। वहीं गेल प्रशासन की ओर उप महाप्रबंधक मानव संसाधन एसके कटिहार ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि गेल (इंडिया) लिमिटेड के एक कर्मचारी को यहां गेल गांव में रहने वाले कर्मचारी की तरह कोविड-19 के फैलाव के बाद कंपनी के अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड की सुविधा में रखा गया है। उनकी स्थिति स्थिर है और जिला प्रशासन ने जांच के लिए स्वास्थ्य परीक्षण नमूने के संग्रह की सुविधा प्रदान की है। हालांकि जांच रिपोर्ट का इंतजार है। बताया गया कि कर्मचारी 21 मई को अपने गृहनगर से लौटा था और गेल परिसर में अपने निवास पर 14 दिनों के लिए आइसलोट के तहत रखा गया था।
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कल सुबह बुखार और गले में खराश होने पर उन्हें गेल धनवंतरी अस्पताल ले जाया गया। जिला चिकित्सा टीम की सलाह के अनुसार उन्हें नमूना संग्रह के लिए गेल की एम्बुलेंस से जिला अस्पताल चिचौली ले जाया गया। जिला चिकित्सा अधिकारियों की अनुमति के साथ उन्हें वापस गेल धनवंतरि अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उनकी हर संभव देखभाल की जा रही है।