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चिकित्सकों में रोष, मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग

एडीएम को ज्ञापन सौंपते चिकित्सा सेवा संघ के पदाधिकारी
एडीएम को ज्ञापन सौंपते चिकित्सा सेवा संघ के पदाधिकारी

औरैया। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के पदाधिकारियों ने शनिवार को जिलाधिकारी के जरिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर कई जिलों में उच्चाधिकारियों द्वारा चिकित्सकों के साथ किए गए दुर्व्यवहार की ओर ध्यानाकर्षण कराते हुए हस्तक्षेप की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि रायबरेली जैसी घटनाएं अगर आगे होती हैं तो चिकित्सकों को आंदोलित होने पर मजबूर होना पड़ेगा।

प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ जिला इकाई औरैया के अध्यक्ष डॉक्टर जी की साखी सचिव डॉ अशोक कुमार ,डॉक्टर सलभ मोहन, डॉक्टर जितेंद्र यादव, डॉक्टर विजय आनंद आदि ने जिला मुख्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी रेखा एस चौहान को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि कोविड-19 के दौर में चिकित्सा सेवा संवर्ग के चिकित्सक अपने घर परिवार की चिंता को दरकिनार करते हुए संक्रमित मरीजों की सेवा में दिन रात लगे हुए हैं।

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पदाधिकारियों ने बताया कि हमारे बहुत से चिकित्सक साथी इस संक्रमण काल में ही जनजीवन के स्वास्थ्य की सुरक्षा करते हुए असमय मृत्यु को प्राप्त हुए हैं। इसके बाद भी हमारे चिकित्सक अपनी उसी सेवा भाव से बिना विचलित हुए कर्म पथ पर अग्रसर हैं। ऐसी परिस्थितियों में जहां देश के प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न तरीकों से चिकित्सकों का मनोबल बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रायोजनों का आयोजन किया जा रहा है वहीं प्रदेश के कुछ जनपदों में तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लगातार चिकित्सकों को प्रताड़ित व अभद्र भाषा का प्रयोग करके हतोत्साहित किया जा रहा है।

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जिससे हमारे संवर्ग के चिकित्सक स्वयं को पीड़ित और अपमानित महसूस कर रहे हैं। पूर्व में ऐसी घटना अलीगढ़, महाराजगंज, बस्ती ,वाराणसी एवं मऊ आदि जिलों में हुई। इसका ताजा उदाहरण रायबरेली प्रकरण है ,जो कि हम चिकित्सकों को अपनी सेवा भाव से विमुख होकर आंदोलित होने को विवश कर रहा है। ज्ञापन में कहा गया है कि ऐसी विषम परिस्थितियों में आम जनमानस के हितों एवं चिकित्सकों के आत्मसम्मान की रक्षा हेतु मुख्यमंत्री जी का सक्रिय हस्तक्षेप होना अति आवश्यक हो गया है।

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