प्रयागराज। संगम नगरी प्रयागराज में बाढ़ का प्रकोप बढ़ने लगा है। संगम तट पर स्थित लेटे हनुमान मंदिर में हनुमान की प्रतिमा बुधवार सुबह पूरी तरह बाढ़ में डूब गयी है। प्रयागराज के कोतवाल कहे जाने वाले बंधवा स्थित हनुमान मंदिर पूरी में लेटे हनुमान जी की प्रतिमा जलमग्न हो गयी। दुनिया में शायद यह एकमात्र मंदिर हैं जहां विशाल हनुमत लला लेटे मुद्रा में है। इसका विवरण पुराणों में विषद रूप से मिलता है। मंदिर का रख-रखाव लम्बे समय से बाघम्बरी गद्दी करती आ रही है।
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मंदिर के व्यवस्थापक महंत बलबीर गिरी महराज ने बताया कि यह मंदिर दुनिया में एक मात्र स्थल है जहां रूद्रावतार में हनुमत लला की लेटी मूर्ति है। बांध के नीचे बने इस मंदिर में गर्भ गृह करीब 8 से 10 फिट नीचे है। उन्हाेने बताया कि मान्यता है कि गंगा मां हर साल बरसात में हनमान मंदिर पहुंचकर हनुमान जी का जलाभिषेक और चरण पखारती हैं। उसके बाद बाढ़ का पानी घटने लगता है। उन्होने बताया कि जब मां गंगा हनुमान जी को स्नान कराने मंदिर पहुंचती है तब हम उनका अभिषेक कर पूजा-अर्चाना कर आरती उतारते हैं।
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मान्यता है कि मंदिर में लेटे हनुमान जी का गंगा में स्नान देश के लिए सौभाग्य सूचक माना जाता है। मंदिर में गंगा मां का प्रवेश सम्पूर्ण विश्व के लिए कल्याणकारी माना जाता है। प्रयाग आने वाले सभी श्रद्धालु, संत और महात्मा हनुमान मंदिर पहुंचकर अपनी हाजिरी अवश्य लगाते हैं। संगम आने वाले कल्पवासी घर वापसी से पहले यहां आते हैं और भूल-चूक के लिए क्षमा याचना करते हैं। प्रतिदिन यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। मंगल और शनिवार को यहां सुबह से श्रद्धालुओं की बडी कतार रहती है।