देवी रुप कन्याओ को भोज कराने से मातारानी होती हैं प्रसन्न
दिबियापुर। नवरात्र के आठवें दिन नगर के मुहाल रामकृष्ण नगर निवासिनी शशि चतुर्वेदी,कोमल चतुर्वेदी ने कन्याओं को भोजन कराकर अष्टमी मनाई। हिन्दू धर्म के अनुसार महिला शशि चतुर्वेदी,कोमल चतुर्वेदी ने विधि-विधान से दुर्गा की पूजा की। जिसके बाद कन्याओं को भोजन कराकर भेंट दी तथा उनसे आशीर्वाद लिया। देवी की पूजा कर मां से सभी दु:ख हर लेने की प्रार्थना की। प्राचीन समय में मां दुर्गा ने देवताओं को संकट में पड़ जाने पर मां स्तुति की और माता ने दैत्यों का संहार कर उनके दुख दूर किए थे |
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उसी प्रकार भक्तों ने भी माता से अपने संकटों को दूर करने की प्रार्थना की। तथा वेदों के अनुसार माना जाता है कि नवरात्र के पवित्र अवसर पर देवी मां नौ दिनों के लिए पृथ्वी पर आती है और इन नौ दिनों में जो भक्तगण सच्चे दिल से माता की पूजा-अर्चना करता है, माता उसके सभी दुख हर लेती हैं और उत्तम सुख प्रदान करती हैं।ऐसी मान्यता है कि कन्या भोज कराने से मां प्रसन्न होती हैं।अष्टमी पर गली, मोहल्लों में महिलाएं लड़कियों को भोजन कराने के लिए ढूंढती नजर आई। एक-दूसरे के घर से महिलाओं ने कन्याओं को एकत्रित कर किया। तब जाकर अष्टमी पर कन्याओं को भोजन कराया।