इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में देशी दारु का चलता फिरता ठेका चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, लवेदी इलाके में देसी शराब ठेका संचालक दुकान ना मिल पाने के कारण कार से से खुले में बैनर लगा कर शराब बेच रहा है। शराब संचालक का कहना है कि गांव में उसे ठेका खोलने के लिए कोई भी अपनी दुकान किराए पर नहीं दे रहा है,मजबूरन उसे कार में खुलेआम बोर्ड लगाकर देशी शराब बेचने के लिये मजबूर होना पड़ रहा है।
गांव वालों का कहना है कि शराब संचालक का जहां मन होता है वह कार रोक कर शराब बेचना शुरू कर देता है। सरकारी विभाग के अधिकारियों को इसका पता है फिर भी वे लोग इससे अंजान बने हुए हैं और संचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
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जिले के लवेदी इलाके के ग्राम दुर्गापुरा में 15 मई से देसी शराब ठेके की स्वीकृति हुई है मगर इसके लिये ठेका का पता ठिकाना नहीं पूछा गया। शराब की पेटियों को कार में डालकर संचालकह गांव में जगह-जगह घूमता है। कार के बाहर बैनर लगा देता है कि यहां शराब बिक रही है। फिर वहां कई खरीददार आकर शराब खरीदते हैं। ग्रामीणों की मांग है कि शराब संचालक के खिलाफ एक्शन लिया जाए। इटावा के जिला आबकारी अधिकारी विजय पाल सिंह ने बताया कि 15 मई को शराब संचालक को ठेका खोलने की परमिशन मिली थी। दुकान न मिलने के कारण वह कार में शराब बेच रहा है। मामला उनके संज्ञान में आया है। इस तरह शराब बेचना कानून का उल्लंघन है। विभाग इसके खिलाफ एक्शन जरूर लेगा।