मुंबई। महाविकास अघाड़ी मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता नवाब मलिक को एक और बड़ा झटका लगा है। दरअसल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनकी संपत्ति को जब्त कर लिया है, मलिक की कुल 8 संपत्तियों पर ईडी का शिकंजा कसा गया है। ईडी से जब्त की गई संपत्तियों में कुर्ला पश्चिम में वाणिज्यिक परिसर, कुर्ला पश्चिम में तीन फ्लैट, कुर्ला में गोवावाला कंपाउंड में वाणिज्यिक परिसर, बांद्रा पश्चिम में दो फ्लैट और उस्मानाबाद में 148 एकड़ जमीन शामिल है।
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यह भी पता चला है कि जब्त की गई संपत्ति खुद नवाब मलिक और उनके परिवार के नाम पर है, इस मामले में आगे की जांच की जा रही है। बता दें कि आज सुप्रीम कोर्ट ने नवाब मलिक की याचिका पर जल्द सुनवाई के लिए तैयार होने के संकेत दिए हैं, नवाब मलिक ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में अपने खिलाफ दायर एक याचिका में अदालत से तत्काल रिहाई की मांग की है। बंबई हाई कोर्ट की पीठ ने कपिल सिब्बल से कहा, ‘‘कृपया कागजात दीजिए।’’
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सिब्बल ने कहा कि धन शोधन रोकथाम कानून 2005 में लागू हुआ था और मंत्री पर 2000 से पहले किए गए कथित अपराधों के लिए आरोप लगाया गया है। प्रवर्तन निदेशालय ने दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नवाब मलिक को गिरफ्तार किया था। नवाब मलिक पर हसीना पारकर की जमीन खरीदने और 300 करोड़ रुपये की जमीन महज 55 लाख रुपये में खरीदने का आरोप है।
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पूरे लेन-देन के दौरान, मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग और अंडरवर्ल्ड के साथ-साथ 1993 के बम विस्फोटों के आरोपियों और संपत्ति खरीदने से जोड़ा गया है। ईडी ने मलिक पर टेरर फंडिंग का भी आरोप लगाया है। दाऊद के गिरोह ने कई लोगों को धमकाया था और विवादित संपत्ति को जब्त कर लिया था। पीड़ितों में से एक मुनीरा प्लंबर के पास कुर्ला में तीन एकड़ जमीन थी। फिलहाल इसकी कीमत 300 करोड़ रुपये है। आरोप है कि मलिक और हसीना पारकर ने इस सीट पर कब्जा कर लिया।