करतारपुर साहिब गलियारा पुन: खोलने का फैसला, चन्नी व दूसरे नेताओं ने केन्द्र का आभार जताया

दिल्ली

करतारपुर साहिब गलियारा पुन: खोलने का फैसला, चन्नी व दूसरे नेताओं ने केन्द्र का आभार जताया

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November 16, 2021

करतारपुर साहिब गलियारा पुन: खोलने का फैसला, चन्नी व दूसरे नेताओं ने केन्द्र का आभार जताया

नई दिल्ली/चंडीगढ़। केंद्र सरकार ने सिख श्रद्धालुओं की भावनाओं को ध्यान में रखने के लिए पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के लिए गलियारे को बुधवार से पुन: खोलने की घोषणा की। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और अन्य नेताओं ने गुरुनानक देव जी के 552 वें प्रकाश उत्सव के पहले केन्द्र सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है।

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श्री चन्नी ने यह भी कहा है कि वह वहां जाने वाले पहले जत्थे में शामिल होंगे। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को ट्वीट करके बताया कि सिख तीर्थयात्रियों के व्यापक लाभ के लिए सरकार ने करतारपुर कॉरीडोर को 17 नवंबर से फिर से खोलने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा सरकार का यह निर्णय दर्शाता है कि मोदी सरकार गुरुनानक देव जी में असीम श्रद्धा एवं सिख समुदाय से अपार स्नेह रखती है।पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और अन्य नेताओं ने गुरु नानक जयंती पर करतारपुर कारीडोर खोलने के निर्णय को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के प्रति आभार व्यक्त किया।

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चंडीगण में जारी एक बयान में कैप्टन सिंह ने कहा कि कोविड महामारी के कारण पिछले साल से बंद कारीडोर खोलने की मांग लाखों गुरू नानक के अनुयाइयों की थी। कारीडोर गुरू नानक जयंती (19 नवंबर) से दो दिन पहले यानी कल (बुधवार, 17 नवंबर) से खोला जाएगा।उन्होंने कहा कि कारीडोर खोलने के लिए इससे बेहतर मौका नहीं हो सकता था क्योंकि हजारों श्रद्धालु जयंती के दिन करतारपुर गुरुद्वारे में जा सकेंगे।केन्द्र सरकार ने गुरुनानक देव जी के 552 वें प्रकाश उत्सव के पहले करतारपुर साहिब जाने का रास्ता पुन: खोलने का निर्णय लिया है। करतारपुर साहिब के दर्शन और अरदास के लिए यह मार्ग पाकिस्तान के साथ एक सहमति के आधार पर 9 नवंबर 2019 को चालू किया गया था। कोविड19 महामारी के चलते इसे बंद कर दिया गया था।

श्री शाह ने कहा कि 19 नवंबर को देश गुरुनानक देव के प्रकाशोत्सव को मनाने के लिए तैयार है और श्री मोदी की सरकार के करतारपुर कॉरीडोर खोलने के निर्णय से देश में आनंद उल्लास बढ़ेगा। गुरु परब के मौके पर सिख समुदायों की ओर से करतारपुर कॉरीडोर पुन: खोलने की मांग की जा रही थी। भारतीय जनता पार्टी की पंजाब इकाई नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करके करतारपुर कॉरीडोर खोलने की मांग की थी।

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इससे पहले भी सरकार ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि गुरु नानक देव की जयंती के मौके पर करीब 1500 सिख तीर्थयात्रियों के एक जत्थे को 17 से 26 नवंबर के बीच पाकिस्तान भेजने का फैसला किया गया है। यह जत्था पाकिस्तान स्थित छह पवित्र गुरुद्वाराें – दरबार साहिब, श्रीपंजा साहिब, देहरा साहिब, श्रीननकाना साहिब, श्री करतारपुर साहिब और गुरुद्वारा श्री सच्चा सौदा की यात्रा करेगा।पाकिस्तान ने भी कुछ दिन पहले करतारपुर कॉरीडोर खाेलने की पेशकश की थी। हालांकि पाकिस्तान सरकार ने भारत सरकार के अनुरोध पर इस साल जून में दो मौकों -गुरु अर्जन देव जी के बलिदान दिवस और महाराजा रणजीत सिंह की पुण्यतिथि के मौके पर सिख श्रद्धालुओं को तीर्थयात्रा की अनुमति देने से इन्कार कर दिया था। ये यात्राएं 1974 के द्विपक्षीय प्रोटोकॉल के तहत होनी थी।