- समर्पित इकाई में तीन आयुष्मान लाभार्थी भर्ती, नौ को मिल चुका है लाभ
- कोविड समर्पित निजी अस्पतालों में भी ले सकते हैं लाभ
- घर – घर हुए दोबारा सर्वे के दौरान एक बार फिर मिले 12000 लाभार्थी
औरैया: प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के तहत कोरोना वायरस के 12 मरीजों को अब तक एल-1 समर्पित दिबियापुर स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया है। नौ लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं और तीन लोगों अभी भर्ती हैं जिनका इलाज़ चल रहा है। इस दौरान तीन ऐसे आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की भी पहचान हुई, जिनका गोल्डन कार्ड नहीं बना था। तभी इनका गोल्डन कार्ड बनवा कर इलाज मुहैया कराया गया। योजना के अंतर्गत मरीज आयुष्मान योजना में चिन्हित प्राइवेट अस्पतालों में भी (जहां कोरोना मरीजों का उपचार हो रहा हो) जाकर इलाज करा सकता है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि सरकार की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को इसका लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जनपद में अब तक 12 मरीज आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी हैं। इस दौरान ऐसे लोगों को भी चिन्हित किया जा रहा है जो कोरोना पाजीटिव होने के साथ आष्युमान के लाभार्थी हैं। इन लोगों के गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए जरूरी कागजात उपलब्ध कराने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में मास्क व दो गज दूरी का ध्यान रखें।
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सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर फिर से शुरू हुई आयुष्मान सेवायें
योजना के नोडल अधिकारी व डिप्टी सीएमओ डॉ सलभ मोहन का कहना है कि जनपद में 1,05,000 परिवार लाभ के पात्र हैं। इस योजना में शामिल परिवार को पांच लाख रुपये तक के इलाज का लाभ दिया जा रहा है। अभी तक 80,000 से अधिक लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं। जिले में 50 व 100 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय सहित सभी सात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व दो प्राइवेट अस्पतालों को योजना से संबद्ध किया गया है। लॉकडाउन के बाद एक बार फिर से आयुष्मान योजना के सभी पात्र लाभार्थियों को सेवायें दी जाने लगी हैं।
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दोबारा सर्वे में फिर मिले 12000 लाभार्थियों के नाम
योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ ज्योतींद्र मिश्रा ने बताया कि योजना की शुरुआत में सरकार द्वारा 90,000 लाभार्थियों की सूची दी गयी थी जिसमें 60,000 लाभार्थियों को चिन्हित कर उनके गोल्डन कार्ड बनाने के लिये प्रयास किये गए थे, किन्तु 30,000 लाभार्थियों की जानकारी नहीं प्राप्त हुई थी। हाल ही में सरकार द्वारा फिर से घर-घर सर्वे के दौरान 12,000 लाभार्थियों को चिन्हित किया गया है। डॉ मिश्रा ने अपील की है कि वह सभी लोग जिनके नाम हैं वह अपने अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर आपना नाम पता करें और गोल्डन कार्ड बनवा लें जिससे उन्हें भी लाभ दिया जा सके।