राम नगरी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर देशवासियों की 492 साल की प्रतीक्षा आज (बुधवार) खत्म हो रही है।निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंच गए जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी अगवानी की। प्रधानमंत्री मोदी निर्धारित मुहूर्त में भूमि पूजन के साथ मंदिर निर्माण की आधारशिला का भी पूजन करेंगे। यह आधारशिलाएं नौ प्रस्तर खंडों में होंगी। इनमें नंदा, भद्रा, जया, रिक्ता, पूर्णा, अजिता, अपराजिता, शुक्ला व सौभाग्यनी शामिल हैं। पूजन के बाद इन शिलाओं को राम मंदिर में सुरक्षित रखा जाएगा। पुन: नींव के लिए गर्भगृह का गहराई में उत्खनन होने पर रामलला के सिंहासन के ठीक नीचे इन्हें रखवाया जाएगा।
आजादी के बाद नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं जो रामजन्मभूमि पहुंचें हैं। पीले कुर्ते और क्रीम कलर की धोती में यहां पहुंचे पीएम मोदी साकेत महाविद्यालय के ग्राउंड पर विमान से उतरे और वहां सीधे हनुमानगढ़ी दर्शन करने के लिए रवाना हुए। वे बजरंगबली का आशीर्वाद लेकर बहुप्रतीक्षित राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेंगे। इसके साथ उसी परिसर में दुर्लभ परिजात का पौधरोपण करेंगे।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद
राम मंदिर के भूमि पूजन के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहेंगे। वह पीएम मोदी और अन्य के साथ मंच पर भी उपस्थित होंगे।
नई डिजाइन के साथ भव्यता का वैभव होगा राम मंदिर
सोमनाथ मंदिर भी इसी शैली में बना है
अयोध्या। राम मंदिर को उत्तर भारत की प्रचलित नागर शैली में डिजाइन किया गया है। इस शैली में मंदिर का गर्भगृह अष्ट कोणीय आकार में होता है। मंदिर की परिधि वृत्ताकार बनाई जाती है। गुजरात में सोमनाथ मंदिर भी इसी शैली का बना है। मूल डिजाइन में बदलाव के बाद अब मंदिर में 318 खम्बे बनेंगे। मन्दिर की लंबाई 360 फुट, चौड़ाई 235 फुट ओर ऊंचाई 161 फुट होगी।
मंदिर के गर्भगृह से पहले 3 शिखर वाले स्थान होंगे। सबसे पहले भजन कीर्तन का स्थान, दूसरे में ध्यान और तीसरे में राम लला के दर्शन की व्यवस्था होगी।
गर्भगृह में पुजारी के अलावा किसी को जाने की अनुमति नही होगी। मंदिर के दूसरे तल पर राम दरबार होगा, जहां भगवान राम , सीता और लक्ष्मण भरत, शत्रुघ्न के साथ हनुमान जी भी विराजमान होंगे।
क्षेत्रफल – 84,600 वर्गफुट
लंबाई – 360 फुट
चौड़ाई – 235 फुट
ऊंचाई – 161 फुट
50 हजार से अधिक भक्त एक साथ कर सकते हैं पूजा