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औरैया

भट्टा श्रमिकों को लेकर छत्तीसगढ़ स्पेशल ट्रेन रवाना

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June 17, 2020

जिला पंचायत अध्यक्ष दीपू सिंह ने झंडी दिखाकर ट्रेन को किया रवाना

छत्तीसगढ़ व विलासपुर के 906 श्रमिकों और उनके बच्चों को उनके गृह राज्य भेजने के लिए ईट निर्माता समिति ने की थी पहल

औरैया। जिले के ईट भट्टों पर कार्यरत 2,000 से अधिक बिहारी श्रमिक और उनके बच्चों को गृह राज्य पहुंचाने के बाद बुधवार रात पौने 9 बजे छत्तीसगढ़ के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन फफूंद स्टेशन से रवाना हुई । ईट निर्माता समिति के पदाधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों के चेहरों पर मजदूरों को सुरक्षित तरीके से उनके गृह राज्य भेजने का सुकून भी दिखा तो मजदूरों के चेहरों पर भी घर की रास्ता आसान राह के साथ खुशी चमकती नजर आई। मजदूरों के अनुसार पहली बार उन्हें इस तरह की सुविधा के साथ घर वापसी का मौका मिला है।

बुधवार को वैदिक इंटर कालेज में एडीएम न्यायिक एमपी सिंह ,एसडीएम औरेया रमेश यादव ,तहसीलदार राजकुमार चौधरी ,नायव तहसीलदार औरेया सहित सीओ सिटी औरेया सुरेंद्र नाथ सिंह ,दिबियापुर इंस्पेक्टर अनिल विश्वकर्मा ,सीएचसी प्रभारी दिबियापुर डा जितेंद्र यादव व जनपद ईट निर्माता समिति के अध्यक्ष रविंद्र सिंह कुशवाहा, अनिल गुप्ता की मौजूदगी में कुल 906 भट्टा मजदूरो का स्वास्थ्य विभाग की 10 सदस्यीय टीम ने सभी का चेकअप किया ।

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वही भट्टा एसोसिएशन व जिला प्रशासन के सहयोग से सभी को भोजन ,पानी ,मास्क ,सेनेटाइजर व बच्चो को दूध ,बिस्कुट वितरित किये व सभी को रेलवे का टिकट देकर स्टेशन पर बसों से रवाना किया । वही फफूंद रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पौने 7 बजे आई और आरपीएफ इंस्पेक्टर दिनेश कुमार व जीआरपी चौकी इंचार्ज राजेश कुमार ,दिबियापुर व फफूंद इंस्पेक्टर सहित क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर हेमंत कुमार ,गयाप्रसाद ,सुदीप मिश्रा सहित अपर पुलिस आधी8 कमलेश दीक्षित सहित जिला पँचायत अध्यक्ष दीपू सिंह ने हरी टार्च व झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया

छत्तीसगढ़ व विलासपुर में उतरेंगे श्रमिक

ट्रेन बिहार में छत्तीसगढ़ व बिलासपुर स्टेशन पर इन श्रमिकों और उनके परिजनों को ड्रॉप करेगी। इससे पहले सुबह से ही जिलेभर में स्थित विभिन्न ईद भक्तों से श्रमिकों और उनके बच्चों का दिबियापुर के वैदिक इंटर कॉलेज पहुंचना शुरू हो गया था। यहां राजस्व विभाग की टीमें श्रमिकों का ब्यौरा तैयार करने में जुटी थी जबकि स्वास्थ्य विभाग की 10 टीमें स्पेशल ट्रेन से जाने वाले लोगों की स्वास्थ्य जांच थरमल स्कैनिंग के लिए लगाईं गई थी।

श्रमिक

बच्चों के लिए दूध बिस्किट का किया गया इंतजाम

शाम 6 बजे के बाद श्रमिकों और उनके बच्चों को फफूंद स्टेशन भेजा गया जहां लेखपालों और पुलिसकर्मियों ने उनके लिए तय कोच में उन्हें बैठाया। मजदूरों और उनके बच्चों के लिए लंच पैकेट, पानी की बोतल दूध बिस्किट आदि का इंतजाम किया गया था।

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सबने सराही ईट निर्माता समिति की पहल

अब तक आमतौर पर ईट भट्टों पर पथाई का सीजन समाप्त होने के बाद इन श्रमिकों को उनके गृह राज्य ट्रक ,डीसीएम ,बस आदि डग्गामार वाहनों के जरिए भेजा जाता था पहली बार इन्हें उनके गृह राज्य सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से भेजने के लिए ईट निर्माता समिति ने पहल की। प्रशासन ने रुचि दिखाई बात बन गई तो रेलवे ने किराए के रूप में पौने 5 लाख रु की डिमांड की। यह धनराशि ईट निर्माता समिति में जमा की। इसके बाद स्पेशल ट्रेन बिहार भेजे जाने का रास्ता साफ हुआ। ईट निर्माता समिति के जिला अध्यक्ष रविंद्र सिंह कुशवाहा ने प्रशासनिक अधिकारियों व रेल प्रशासन का आभार व्यक्त किया।