जम्मू। जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना ने बुधवार को कहा कि घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करने के बाद पकड़े गए आतंकवादी ने खुलासा किया है कि उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने आतंकवादियों के एक समूह के साथ राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर अग्रिम चौकियों की रेकी करने का काम सौंपा था। नौशेरा ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर कपिल राणा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘पिछले 48 घंटों में राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर तैनात सतर्क सैनिकों द्वारा घुसपैठ की दो बड़ी कोशिशों को नाकाम कर दिया गया है।”
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उन्होंने कहा कि 21 अगस्त की सुबह नौशेरा के झंगर सेक्टर में तैनात सतर्क जवानों ने नियंत्रण रेखा पर अपनी तरफ से दो से तीन आतंकियों की हरकत को देखा। सेना अधिकारी ने कहा, “एक आतंकवादी भारतीय चौकी के करीब आया और उसने बाड़ काटने की कोशिश की तो उसे सतर्क संतरियों ने चुनौती दी। आतंकवादी ने भागने की कोशिश करने पर उसे गोलीबारी कर अक्षम कर गिरा दिया गया। उन्होंने कहा कि,“ दो आतंकवादी जो पीछे छिपे हुए थे वह घने जंगल में भाग गये।
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घायल पाकिस्तानी आतंकवादी को पकड़ लिया गया और तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की गई। पकड़े गए आतंकवादी ने अपनी पहचान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के जिला कोटली के सब्ज़कोट गांव निवासी तबारक हुसैन के रूप में की गई। उन्होंने बताया, “पूछताछ में आतंकवादी ने भारतीय सेना चौकी पर हमला करने की अपनी योजना के बारे में कबूल किया। हुसैन ने कहा कि उन्हें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के कर्नल यूनुस चौधरी नाम के एक व्यक्ति ने भेजा था और उसे 30 हजार पाकिस्तानी रुपये दिए गये थे।